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    अल्पसंख्यक विभाग से कर्ज लेने वालों की बढ़ेगी परेशानी, 27 साल पहले लिए लोन की होगी वसूली

    By Jagran NewsEdited By: Pragati Chand
    Updated: Sun, 05 Feb 2023 02:33 PM (IST)

    गोरखपुर व बस्ती मंडल में स्वत रोजगार हेतु टर्म लोन योजना के तहत 1995 से 2009 के बीच दो करोड़ रुपये ऋण दिए गए थे। जिसमें एक करोड़ रुपये की वसूली हुई थी। वहीं बचे हुए एक करोड़ रुपये ब्याज के साथ अब 10 करोड़ से अधिक हो चुके हैं।

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    27 साल पहले लिए ऋण की वसूली करेगा अल्पसंख्यक विभाग। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    गोरखपुर, उमेश पाठक। जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग 27 साल पहले वितरित किए गए ऋण की वसूली करेगा। गोरखपुर एवं बस्ती मंडल के सात जिलों में 1995 से लेकर 2009 के बीच करीब 44 करोड़ रुपये वसूलने के लिए टीम को घर-घर भेजा जाएगा। अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वत: रोजगार हेतु टर्म लोन योजना के तहत 15 हजार से एक लाख रुपये तक का ऋण वितरित किया गया था।

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    1995 से हुई थी ऋण वितरण की शुरूआत

    अल्पसंख्यक विभाग की ओर से ऋण वितरण की शुरूआत 1995 से हुई थी। कुछ जिलों में 2007 तक तो कहीं 2009 तक ऋण वितरण का सिलसिला चला था। गोरखपुर में 2007 तक 638 लोगों को विभिन्न कार्यों के लिए दो करोड़ रुपये का ऋण दिया गया। ऋण पाकर कई लोगों ने सेंवई बनाने का काम शुरू किया। कई ने सर्विस सेंटर खोला तो कुछ लोगों ने किसी अन्य कार्य के नाम पर ऋण लिया। 28 लोगों ने पूरी तरह से ऋण चुका दिया। विभाग ने करीब एक करोड़ रुपये के ऋण की वसूली कर ली। शेष एक करोड़ रुपया ब्याज के साथ मिलकर इस समय 10 करोड़ से अधिक हो चुका है।

    ऋण माफी का इंतजार करते रहे लोग

    इस योजना के तहत ऋण लेने वालों को इस बात का विश्वास था कि सरकार उनका ऋण माफ कर देगी। ऋण माफी के इंतजार में कई लोगों ने पैसा जमा नहीं किया। ब्याज बढ़ता गया और अब उन्हें कई गुना अधिक चुकाना पड़ेगा। पुराना बकाया वसूल करने के लिए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की ओर से जिला स्तर पर टीम बनाई गई है। यह टीम ऋण लेने वालों के घर जाएगी और पैसा जमा करने को कहेगी। पैसा न जमा करने पर आरसी भी जारी कराई जा सकती है। विभाग के लोगों का कहना है कि कई लोगों ने जिस कार्य के लिए ऋण लिया, उसे शुरू ही नहीं किया।

    13 साल बाद कुछ लोगों को मिला ऋण

    2007 के बाद किसी को ऋण नहीं मिला था। 13 साल बाद यानी वर्ष 2020 में 24 लोगों को दोबारा ऋण वितरित किया गया। अब पुराने बकाया की वसूली के बाद ही नया ऋण मिलने की संभावना है।

    इस जिले में इतने लोगों ने लिया ऋण

    गोरखपुर में 638 लोगों से करीब 10 करोड़, कुशीनगर जिले में 409 लोगों से करीब चार करोड़ रुपये से अधिक, देवरिया में 484 लोगों से करीब नौ करोड़, महराजगंज में 359 लोगों से करीब आठ करोड़, सिद्धार्थनगर में 636 लोगों से करीब नौ करोड़, बस्ती में 472 लोगों से करीब नौ करोड़ व संतकबीरनगर में 214 लोगों से करीब एक करोड़ रुपये की वसूली की जाएगी।

    क्या कहते हैं अधिकारी

    गोरखपुर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आशुतोष पांडेय ने बताया कि स्वत: रोजगार के लिए टर्म लोन के रूप में दो करोड़ रुपये का वितरण किया गया था। इसमें से एक करोड़ की वसूली हो चुकी है। शेष रकम बढ़कर 10 करोड़ पहुंच गई है। घर-घर जाकर ऋण वसूल करने के लिए टीम का गठन किया गया है।