गोरखपुर में बल्ली और पटरा से ऊपर कर दी 11 हजार वोल्ट की लाइन, हो सकता था बड़ा हादसा
गोरखपुर के बड़हलगंज में एक व्यक्ति ने बिजली विभाग को बिना बताए 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन को बल्ली व पटरे से ऊपर कर दिया। तार का कुछ हिस्सा जल गया। फीडर बंद होने पर बिजलीकर्मियों ने जांच की तो मामले का पता चला। अवर अभियंता ने थाने में तहरीर दी है। यह लापरवाही बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती थी।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। करंट के खतरों की लगातार जानकारी देने के बाद भी कुछ लोग ध्यान नहीं दे रहे हैं। बड़हलगंज के खड़ेसरी गांव में एक व्यक्ति ने बिना बिजली निगम को सूचना दिए 11 हजार वोल्ट की हाईटेंशन लाइन के तार को बल्ली व पटरा की सहायता से ऊपर कर दिया।
तार का जो हिस्सा पटरा के संपर्क में था वह जल गया लेकिन इसकी जानकारी बिजली निगम को नहीं दी गई। फीडर बंद होने के बाद बिजलीकर्मियों ने पेट्रोलिंग शुरू की तो बल्ली व पटरा के सहारे हाईटेंशन लाइन का तार ऊंचा देख हैरान रह गए। बड़हलगंज के अवर अभियंता धनंजय ने थाने में तहरीर दे दी है।
कौड़ीराम के अधिशासी अभियंता संतोष तिवारी ने बताया कि बड़हलगंज उपकेंद्र से कछार फीडर को आपूर्ति दी जाती है। फीडर का 11 हजार वोल्ट का तार खड़ेसरी गांव से गुजरा है। आपूर्ति ठप हुई तो बिजलीकर्मियों ने गड़बड़ी की तलाश शुरू की।
तार में बिजली आपूर्ति के कारण जला पटरा, सौजन्य बिजली निगम
पता चला कि खड़ेसरी गांव में एक उपभोक्ता ने हाईटेंशन लाइन के तार के नीचे मकान का निर्माण शुरू करा दिया है। यह पूरी तरह नियम विरुद्ध है। उन्होंने निर्माण के लिए बल्ली व पटरा के सहारे तार को ऊपर कर दिया। निर्माण से मना करने के बाद भी वह व्यक्ति नहीं माने।
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यह हो सकता है
11 हजार वोल्ट की लाइन को बल्ली से सहारा देना बड़ी विद्युत दुर्घटना का कारक बन सकता है। यदि दोनों तार आपस में सट जाएं पावर ट्रांसफार्मर भी जल सकता है। इससे हजारों घरों की बिजली आपूर्ति घंटों के लिए ठप हो सकती है।
तहरीर में यह लिखा
तार के साथ छेड़छाड़ करने वाले के खिलाफ कठोरतम धाराओं में कार्रवाई करें ताकि भविष्य में इस प्रकार की विद्युत दुर्घटना, जनहानि, पशु हानि, कानून-व्यवस्था, विभागीय तकरीबन एक करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका खत्म हो।
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