30 करोड़ की भूमि के लिए मुर्दा को 'जिंदा' कर डाला, जांच में खुल गई पोल
गोरखपुर के खोराबार क्षेत्र में भूमाफिया ने एक चौंकाने वाला मामला अंजाम दिया। उन्होंने मृतका की 30 करोड़ की जमीन हड़पने के लिए फर्जी आधार और पैन कार्ड बनवाए और उसकी जगह एक नकली महिला को खड़ा कर बैंक खाता भी खुलवा दिया। असली मालिक के बेटे ने शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद इस धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। मामला ताल कंदला क्षेत्र का है।
अरुण चन्द, जागरण, गोरखपुर। गोरखपुर में लगातार बढ़ती संपत्ति की कीमतों को देख भूमाफिया जमीन कब्जाने के लिए हर हथकंडा आजमा रहे हैं। धन-बल हो या छल, वह हर तरीका आजमा रहे हैं। ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला खोराबार क्षेत्र के ताल कंदला का सामने आया है।
30 करोड़ से अधिक की भूमि को अपना बनाकर बेचने के लिए भूमाफिया ने जालसाजी कर न केवल आधार और पैन कार्ड समेत अन्य अभिलेख फर्जी बना डाले, बल्कि छह साल पहले मर चुकी जमीन की असली मालिक की जगह फर्जी मालिक भी खड़ा कर नया बैंक खाता भी खुलवा डाला।
शहर के सिंघड़िया निवासी महेश्वर मिश्र और उनके भाई ने करीब दो दशक पूर्व खोराबार क्षेत्र के ताल कंदला में अपनी माता चंद्रावती देवी पत्नी स्व. राघव मिश्र के नाम पांच एकड़ से अधिक भूमि ली थी। 23 मार्च, 2019 को उनकी माता का निधन हो गया। लेकिन, अभी संपत्ति की वरासत नहीं हो पाई और राजस्व अभिलेखों में उनकी माता का ही नाम बना हुआ है।
कुछ दिन पूर्व उनके जानने वाले अशोक यादव और फिर शैलेंद्र सिंह ने उन्हें फोनकर यह जानकारी दी कि उनकी जमीन को बेचने के लिए कुछ लोग ग्राहक खोज रहे हैं। उनके पास भी एक टीम सौदा लेकर आई थी। उनका दावा था कि सौदा बना तो तत्काल भूमि, संबंधित के नाम रजिस्ट्री करा देंगे। उन्होंने जब जमीन के कागज मांगे तो पूरे अभिलेख भी प्रस्तुत कर दिए। महेश्वर ने जब अभिलेख देखे तो उनका माथा चकरा गया।
आधार कार्ड और पैन कार्ड पर उनकी मां की जगह दूसरी महिला की फोटो थी। बाकी सब कुछ समान था। घर के पते की जगह उनके पादरी बाजार स्थित मानस विहार हनुमंत नगर का वह पता दर्ज था, जिस पते के नाम पर उनकी माता के नाम से ताल कंदला में भूमि रजिस्ट्री कराई गई थी।
यही नहीं आरोप है कि फर्जी चंद्रावती देवी के नाम 26 मई, 2025 को गोरखनाथ क्षेत्र के बैंक आफ इंडिया की शाखा में खाता भी खोला गया है। उसमें भी नाम-पता सब समान है। नामिनी की जगह संतोष कुमार का नाम दर्ज है। थाने में शिकायतपत्र के साथ महेश्वर ने फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक पासबुक की फोटो कापी भी दी है।
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सौदा बनाने के लिए दाम घटाने पर खुला मामला
जमीन कारोबारी शैलेंद्र सिंह का कहना है कि जो पार्टी उनके पास सौदा लेकर आई थी उसने पहले डेढ़ लाख प्रति डिसमिल से शुरुआत की। माेलभाव शुरू हुआ तो पार्टी एक लाख, फिर 75 हजार और तत्काल जमीन खरीदने की शर्त पर 50 हजार रुपये प्रति डिसमिल पर तैयार हो गई।
रेट इतना कम करने पर उन्हें संदेह हुआ। उन्होंने सीधे मालिक से मीटिंग करने की ठान तलाश शुरू की, तो चंद्रावती देवी के बेटे महेश्वर उनके जानने वाले निकले। उन्हें जब पूरा मामला बताया तो भूमाफिया का पूरा खेल सामने आया।
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