UP News: इंदौर की डबल मनी कंपनी ने गोरखपुर में मचाया हड़कंप, निवेशकों के करोड़ों लेकर हुए फरार
इंदौर की एक कंपनी ने निवेशकों को रुपये दोगुणा करने का लालच देकर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की है। कंपनी ने गोरखपुर में शाखा खोली और व्यापारियों से भारी रकम जमा कराई। अब कंपनी का ऑफिस बंद है वेबसाइट ठप है और अधिकारी-कर्मचारी फरार हैं। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। वेबसाइट ठप हो गई और कंपनी के अधिकारी व कर्मचारी भाग खड़े हुए।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। रुपये दोगुणा करने का लालच देकर निवेशकों को फंसाने वाली इंदौर की एक कंपनी बड़ा फर्जीवाड़ा करके फरार हो गई। शाहपुर थाना क्षेत्र में वर्ष 2017 में इस कंपनी की शाखा खोली गई थी, जहां व्यापारियों और दुकानदारों से करोड़ों रुपये जमा कराए गए। अब, जब भुगतान का समय आया तो कंपनी का ऑफिस बंद हो गया, वेबसाइट ठप हो गई, और कंपनी के अधिकारी व कर्मचारी भाग खड़े हुए।
शुरुआती जांच में पता चला है कि इस कंपनी ने सिर्फ गोरखपुर में ही दो करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की है। अभी तक 15 से 20 निवेशक सामने आए हैं, लेकिन उनकी संख्या और बढ़ने की संभावना है। एसएसपी के निर्देश पर एसपी अपराध सुधीर जायसवाल ने जांच कर रिपोर्ट तैयार की है, और जल्द ही कंपनी के सीएमडी व अन्य आरोपियों के खिलाफ शाहपुर थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया जा सकता है।
शाहपुर निवासी विद्यानंद यादव इस कंपनी में एजेंट के रूप में काम कर रहे थे। उनके कहने पर कई व्यापारियों और दुकानदारों ने अपना पैसा निवेश किया। विद्यानंद ने खुद भी इसमें निवेश किया था, लेकिन जब कंपनी फरार हो गई, तो उन्हें और अन्य निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। परेशान होकर विद्यानंद समेत अन्य पीड़ितों ने एसएसपी से मिलकर शिकायत दर्ज कराई।
इसे भी पढ़ें- UP News: संभल के दो तस्करों पर गैंगस्टर का केस, पुलिस जब्त कराएगी संपत्ति
कैसे चल रहा था फर्जीवाड़ा?
कंपनी ने दावा किया था कि वह भारत सरकार के कृषि मंत्रालय से 2012 में रजिस्टर्ड है और मुख्यालय इंदौर में स्थित है। 2017 में इसने बशारतपुर में शाखा खोली और एजेंट्स के जरिए निवेशकों को जोड़ा। कंपनी ने एक वर्षीय जमा पर 5.25% और तीन वर्षीय जमा पर 6.25% ब्याज देने का वादा किया था।शुरुआत में कंपनी ने नियमानुसार परिपक्वता राशि का भुगतान किया, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा। लेकिन 13 नवंबर 2024 के बाद कंपनी ने भुगतान रोक दिया।
.jpg)
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। जागरण
निवेशक एजेंट्स के जरिए एक एप एलयूसीसी पर रुपये जमा कर रहे थे, लेकिन 29 नवंबर 2024 को साइट बंद हो गई। 5 फरवरी 2025 को इसे दोबारा चालू करने की सूचना दी गई, लेकिन कोई लेन-देन नहीं हुआ। एक महीने पहले कंपनी ने बशारतपुर स्थित ऑफिस भी बंद कर दिया और सभी कर्मचारी गायब हो गए।
इसे भी पढ़ें- गोरखपुर के इस स्थान पर बनेगा पांच मंजिला कामर्शियल काम्प्लेक्स, खर्च होंगे 23 करोड़ रुपये
मामले की जांच पूरी हो चुकी है और जल्द ही आरोपी अधिकारियों और कर्मचारियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। निवेशकों से अपील की गई है कि वे आगे आकर अपनी शिकायत दर्ज कराएं ताकि नुकसान की पूरी जानकारी मिल सके। - सुधीर जायसवाल, एसपी अपराध
वाराणसी और बाराबंकी में भी चल रही है जांच :
जांच में सामने आया कि यही कंपनी वाराणसी और बाराबंकी में भी करोड़ों रुपये की ठगी कर चुकी है। वहां भी निवेशकों के पैसे हड़पकर कंपनी फरार हो गई थी। जब गोरखपुर पुलिस ने कंपनी के सीएमडी और कर्मचारियों से संपर्क करने की कोशिश की, तो उनके फोन बंद मिले।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।