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    Gorakhpur News: सामूहिक विवाह की सहायता राशि बढ़ी, घट गया लक्ष्य; वधू के खाते में सीधे जमा होंगे रुपये

    By Jagran NewsEdited By: Vivek Shukla
    Updated: Thu, 29 May 2025 10:51 AM (IST)

    मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में सहायता राशि बढ़ने के साथ ही लक्ष्य भी घट गया है। वर्ष 2024-25 में 3818 जोड़ों का लक्ष्य था जो 2025-26 में 1898 हो गया है। सहायता राशि 51 हजार से बढ़कर एक लाख हो गई है जिसमें वधू के खाते में 60 हजार जमा होंगे। आय सीमा भी बढ़ाकर 3 लाख कर दी गई है।

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    वर्ष 2024-25 में 3818 जोड़ों की शादी का मिला था लक्ष्य। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की सहायता राशि बढ़ने के साथ नए वित्तीय वर्ष का लक्ष्य घट गया है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में जहां 3818 जोड़ों के विवाह का लक्ष्य था, वहीं 2025-26 में 1898 तय हुआ है।

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    समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लाभ की राशि और पारिवारिक आय की सीमा बढ़ने से इस वर्ष अधिक आवेदन होने की संभावना है।  मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 51 हजार की सहायता राशि को बढ़ाकर एक लाख कर दिया गया है। इसके तहत 60 हजार रुपये वधू के बैंक खाता में जमा कराए जाएंगे।

    25 हजार रुपये की उपहार सामग्री और 15 हजार रुपये आयोजन खर्च के मद में शामिल हैं। दिसंबर 2024 के बाद से 31 मार्च 25 तक जनपद में कोई आयोजन नहीं हो सका। नए वित्तीय वर्ष 2025-26 में 27 मई को पहला आयोजन खाद कारखाना परिसर में हुआ, जिसमें 1569 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ।

    इसमें शामिल जोड़ों ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में आवेदन किया था। मार्च तक विवाह की तिथि तय नहीं हो सकी। इससे आवेदकों की संख्या 4600 पहुंच गई। सत्यापन के दौरान सामूहिक विवाह की तिथि के पूर्व स्वयं के खर्चे से विवाह करने और अन्य कारणों से 2600 लाभार्थियों के आवेदन निरस्त हो गए। इसके बाद बचे हुए दो हजार लोगों को आयोजन में बुलाया गया। इनमें मंगलवार को 1569 जोड़े ही पहुंचे। शेष 431 जोड़ों का विवाह अगले कार्यक्रम में होगा।

    वर्ष 2025-26 में 1898 जोड़ों के विवाह का लक्ष्य

    विभाग से जुड़े लोगों ने बताया कि वर्ष 2024-25 में जब सहायता राशि 51 हजार रुपये थी, तब 3818 जोड़ों के विवाह का लक्ष्य मिला था। इस बार सहायता राशि बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी गई है। आवेदन के लिए लाभार्थी के परिवार की वार्षिक आय सीमा दो लाख से बढ़ाकर तीन लाख रुपये कर दी गई है।

    योजना के तहत आवेदनों का सत्यापन कराकर अगली तिथि पर विवाह संपन्न कराया जाएगा। नए वित्तीय वर्ष में कुल 1898 जोड़ों की शादी होगी। आवेदक के परिवार की वार्षिक आय सीमा दो लाख से बढ़ाकर तीन लाख रुपये वार्षिक कर दी गई है, इसलिए अधिकाधिक आवेदन की संभावना है। - वशिष्ठ नारायण सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी