UP News: गोरखपुर में प्लाटिंग कर बसाई जा रही अवैध कॉलोनियां, नगर निगम का चला बुलडोजर तो मचा हड़कंप
उत्तर प्रदेश में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने गुरुवार को जंगल कौड़िया में तीन अवैध कालोनियों को ध्वस्त कर दिया। इन कालोनियों में बिना तलपट मानचित्र स्वीकृत कराए प्लाटिंग की जा रही थी। जीडीए ने दो साल में अब तक करीब 50 अवैध कालोनियां तोड़ी हैं और 53 अन्य को चिन्हित किया है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। बिना तलपट मानचित्र स्वीकृत कराए प्लाटिंग कर बसाई जा रही अवैध कालोनियों पर गुरुवार को फिर गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) का बुलडोजर चला। प्राधिकरण ने जंगल कौड़िया में ऐसी तीन कालोनियां ध्वस्त कराईं। सभी जगहों पर अभी सिर्फ प्लाट के सीमांकन के लिए डेढ़ से दो फीट की चहारदीवारी का ही निर्माण हुआ था। दो स्थानों पर कालोनाइजरों ने अपना अस्थायी कार्यालय भी बना रखा था, जिसे प्राधिकरण ने तोड़वा दिया।
दो साल से जीडीए अवैध कालोनियों के खिलाफ अभियान चला रहा है। अब तक करीब 50 कालोनियां तोड़ी जा चुकी हैं जबकि, 53 कालोनियां ऐसी चिन्हित की जा चुकी है, जिन्हें ध्वस्त कराने की तैयारी चल रही है। जीडीए के प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह ने बताया कि प्राधिकरण को सूचना मिली थी कि जंगल कौड़िया में अवैध कालोनी बसाई जा रही है।
मौके पर जांच के बाद सभी को नोटिस दिया गया था। तय अवधि में अवैध निर्माण नहीं हटाने पर गुरुवार को टीम ने कार्रवाई की। सबसे पहले जंगल कौड़ियां चौराहा पर सुरजीत सिंह की ओर से पांच एकड़ में की जा रही प्लाटिंग तोड़ी गई। इसके बाद संतोष पांडेय की ओर से छह एकड़ क्षेत्रफल और एक अन्य जगह पर आठ एकड़ में विकसित की जा रही कालोनी पर कार्रवाई की गई।
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अभियान के दौरान कालोनाइजरों के कार्यालय, चहारदीवारी और सड़क तोड़ी गई। टीम ने लोगों से अपील की कि नियम विरुद्ध विकसित की जा रही कालोनी में भूखंड में कोई निवेश न करे। प्राधिकरण उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन ने बताया कि अवैध कालोनियों के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
ट्रांसपोर्टनगर-नौसढ़ रोड पर अतिक्रमण हटाती नगर निगम टीम- जागरण
अभियान के दौरान प्राधिकरण के अधिशासी अभियंता नरेन्द्र कुमार, सहायक अभियंता विनोद कुमार शर्मा, राज बहादुर सिंह, ज्योति राय एवं अवर अभियंता सुनील शर्मा, रमापति वर्मा, मनीष कुमार त्रिपाठी, संजीव तिवारी, प्रभात निषाद के अलावा जिला प्रशासन से नामित मजिस्ट्रेट और पुलिस बल मौजूद रहा।
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बता दें कि इससे पहले विरोध के बीच नगर निगम की टीम ने बुधवार को बशारतपुर स्थित खरैया पोखरे की भूमि पर कब्जा कर बनाए गए अवैध निर्माण को बुलडोजर और पोकलेन से ध्वस्त करा दिया। टीम ने आवासीय निर्माण की चहारदीवारी भी गिरा दी और संबंधित को एक माह के भीतर पोखरे की जमीन से हटने की चेतावनी दी है।
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