Gorakhpur Zoo: मिर्गी के दौरे से ही हुई थी बब्बर शेर भरत की मौत, रिपोर्ट जाएगी इटावा
गोरखपुर चिड़ियाघर में बब्बर शेर भरत की मौत मिर्गी के दौरे से होने की पुष्टि विसरा रिपोर्ट में हुई है। यह रिपोर्ट अब इटावा लायन सफारी भेजी जाएगी ताकि वहां के अन्य शेरों की भी जांच की जा सके। भरत को शेरनी गौरी के साथ इटावा से गोरखपुर लाया गया था। अचानक दौरे के बाद भरत की मृत्यु हो गई थी, जिससे चिड़ियाघर प्रशासन सतर्क है।

पांच अक्टूबर को हुई थी मौत, विसरा जांच के लिए भेजा गया था IVRI
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। चिड़ियाघर में पांच अक्टूबर को बब्बर शेर भरत की मौत के बाद जांच के लिए इंडियन वेटनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (आइवीआरआइ), बरेली भेजी गई विसरा रिपोर्ट आ गई है। इसमें भी मिर्गी के दौरे से मौत की पुष्टि हुई है। अब चिड़ियाघर प्रशासन यह रिपोर्ट इटावा लायन सफारी भेजेगा। जिससे कि वहां रह रहे अन्य बब्बर शेरों की जांच हो सकें कि कहीं उनमें भी यह बीमारी तो नहीं है।
24 मई 2024 को केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण की अनुमति के बाद इटावा लायन सफारी से बब्बर शेर भरत और शेरनी गौरी को गोरखपुर चिड़ियाघर लाया गया था। दोनों को प्रारंभिक तौर पर क्वारंटाइन सेल में रखा गया था। इसके बाद जून 2024 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आमजन के लिए दोनों को बाड़े में छोड़ा था।
इसके बाद दोनों अपनी दहाड़ से दर्शकों का खूब मनोरंजन कर रहे थे और पूरी तरह स्वस्थ थे। पांच अक्टूबर की सुबह आहार लेने के बाद वह सेल में टहल रहा था। दोपहर 12 बजे अचानक भरत को झटका आया और वह गिर पड़ा। आनन-फानन में चिकिसकों की टीम ने उसका इलाज शुरू किया, लेकिन शेर को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।
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दोपहर दो बजे के करीब उसकी सांसें कुछ देर के लिए सामान्य हुईं, लेकिन फिर स्थिति बिगड़ती गई और शाम को उसने दम तोड़ दिया। इटावा लायन सफारी के वन्यजीव चिकित्सक डा. आरके सिंह की देखरेख में पशु विभाग के दो चिकित्सकों समेत चार की टीम ने शेर का पोस्टमार्टम किया। रिपोर्ट में मिर्गी का दौरा पड़ना ही मौत का मुख्य कारण बताया गया है। ऐहतियातन उसका विसरा जांच के लिए आइवीआरआइ बरेली भेजा गया था।
चिड़ियाघर के उप निदेशक डा. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि बरेली से आई रिपोर्ट में भी मिर्गी के दौरे से बब्बर शेर भरत के मौत की पुष्टि हुई है। इटावा से इसे लाया गया था, इसलिए विसरा रिपोर्ट इटावा भेजा जाएगा। जिससे की वहां रह रहे अन्य शेरों की भी जांच हो सके।

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