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    UP Panchayat Election: पुराने वोटर लिस्ट से होगा मिलान, बनेगी नई सूची

    Updated: Thu, 25 Sep 2025 11:21 AM (IST)

    गोरखपुर में 22 साल बाद विधानसभा मतदाता सूची का पुनरीक्षण होगा। पुरानी और नई सूचियों का मिलान किया जाएगा और मतदाताओं की स्पष्ट फोटो अपलोड की जाएगी। 18-19 आयु वर्ग के युवाओं और महिला मतदाताओं की संख्या बढ़ाने पर जोर रहेगा। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इसका उद्देश्य मतदाता सूची को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाना है। इसके लिए निर्वाचन आयोग द्वारा प्रशिक्षण भी दिया गया है।

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    वर्ष 2003 के बाद अब फिर विधानसभा मतदाता सूची का होगा गहन पुनरीक्षण, तैयारी हुई तेज। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। आगामी विधानसभा चुनाव नई मतदाता सूची पर होगा। 22 साल बाद नई मतदाता सूची तैयार की जाएगी। पंचायत और गोरखपुर-फैजाबाद शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के साथ ही अब विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची का भी पुनरीक्षण अभियान शुरू होने जा रहा है। इसे लेकर तैयारी तेज हो गई है। निर्वाचन कार्यालय से रोजाना मतदाता सूची से जुड़ी विभिन्न सूचनाएं मांगने के साथ ही वर्चुअल बैठकें हो रही हैं।

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    जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि जल्द ही पुनरीक्षण अभियान का कार्यक्रम जारी हो जाने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि 22 साल बाद मतदाता सूची का स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआइआर) होने जा रहा है।

    इसके तहत वर्तमान मतदाता सूची का मिलान वर्ष 2003 की सूची से किया जाएगा। दोनों मतदाता सूची में जिनके नाम होंगे उन्हें बीएलओ को कोई भी दस्तावेज नहीं देना होगा। जिन मतदाताओं के नाम पुरानी मतदाता सूची में हैं और उनके बच्चों के नाम बाद में जुड़े हैं तो बच्चों को अपना दस्तावेज देना होगा।

    अभियान के दौरान मतदाता सूची में मतदाताओं की धुंधली और अस्पष्ट तथा मानक के अनुरूप न पाए जाने वाली फोटो को भी हटाकर उनके स्थान पर स्पष्ट व मानक के अनुसार फोटो अपलोड करने तथा मतदाताओं के मकान संख्या को सही से अंकित किया जाएगा।

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    मतदाता सूची में 18 एवं 19 आयु वर्ग के युवा मतदाताओं की संख्या कुल मतदाताओं के अनुपात में 4 से 4.5 प्रतिशत करने पर जोर रहेगा। साथ ही महिला मतदाताओं की भी संख्या बढ़ाई जाएगी।

    इस अभ्यास का मकसद मतदाता सूची की खामियों को दूर करना, इसे ज्यादा से ज्यादा निष्पक्ष और पारदर्शी बनाना है। डीएम ने बताया कि विशेष पुनरीक्षण अभियान को लेकर निर्वाचन आयोग की ओर से गत दिनों प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।