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    साइबर सुरक्षा कौशल को बढ़ावा देगा गोरखपुर विश्वविद्यालय, कोर्स शुरू करने की तैयारी

    Updated: Tue, 18 Nov 2025 11:57 AM (IST)

    गोरखपुर विश्वविद्यालय साइबर सुरक्षा में छात्रों को कुशल बनाने के लिए एक नया कोर्स शुरू करने जा रहा है। इस कोर्स का उद्देश्य छात्रों को साइबर अपराधों से बचाना और उन्हें साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक करना है। विशेषज्ञों की मदद से डिजाइन किया गया यह कोर्स छात्रों को नवीनतम तकनीकों की जानकारी देगा और रोजगार के अवसर प्रदान करेगा। यह छात्रों के लिए एक सुनहरा अवसर है।

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    दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने और लोगों के लिए डिजिटल सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राजभवन ने प्रदेश के विश्वविद्यालय में साइबर सुरक्षा कौशल बढ़ाने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के मुताबिक विश्वविद्यालयोें में साइबर सुरक्षा पर कोर्स का संचालन किया जाएगा। पायलट प्रोजेक्ट के रूप मेंं जिन पांच विश्वविद्यालयों का चयन इसके लिए किया गया है, उनमें वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ, सिद्धार्थ विश्वविद्यालय सिद्धार्थनगर के अलावा दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय भी शामिल है।

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    इस कार्य में विश्वविद्यालयों को आइआइटी कानपुर और सी3आइ हब का सहयोग मिलेगा। कोर्स का पाठ्यक्रम में उनके द्वारा तैयार किया जाएगा। इसे लेकर बीते 16 नवंबर को छत्रपति शाहूजी विश्वविद्यालय कानपुर में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें कोर्स, संरचना, क्रेडिट प्रणाली और विश्वविद्यालयों में संचालन की दिशा तय की गई।

    इस बैठक में आइआइटी कानपुर और सी3आइ हब के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ भी शामिल हुए। इस पहल का उद्देश्य युवाओं के कौशल में वृद्धि करना, उन्हें भविष्य के रोजगार अवसरों के अनुरूप सक्षम बनाना और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर करना है। राजभवन इस पाठ्यक्रम का संचालन समय की मांग बता रहा है।

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    पाठ्यक्रम शुरू करने मंथन शुरू
    राजभवन से निर्देश प्राप्त होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने पाठ्यक्रम का संचालन शुरू करने को लेकर मंथन शुरू कर दिया है। यह पाठ्यक्रम किस विभाग के अंतर्गत चलेगा और इसका लाभ अधिक से अधिक युवाओं को कैसे मिलेगा, इस पर गंभीरता से विचार चल रहा है। जल्द पाठ्यक्रम का पूरा स्वरूप, संचालन की जानकारी और प्रवेश प्रक्रिया विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर देखने को मिलेगी। पाठ्यक्रम को जल्द से जल्द संचालित करने पर राजभवन का जोर है।

    राजभवन का यह कदम प्रदेश में डिजिटल साक्षरता और साइबर सुरक्षा जागरूकता को नई दिशा देने की क्षमता रखता है। बढ़ते साइबर अपराधों के युग में इस प्रकार का प्रशिक्षण न केवल समय की मांग है, बल्कि युवाओं के करियर निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। जब युवा साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक होगा तो उसके जरिये इसे लेकर पूरे समाज में जागरूकता आएगी।

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    -प्रो. पूनम टंडन, कुलपति, दीदउ गोरखपुर विश्वविद्यालय