UP Board Exam: संस्कृत विषय की तिथि बदली, दो पालियों में होगी हिंदी की परीक्षा
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने बोर्ड परीक्षा की समय सारिणी में संशोधन किया है। संस्कृत विषय की परीक्षा तिथि बदल दी गई है, जबकि अन्य विषयों की परीक्षाएं पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार ही होंगी। संशोधित समय सारिणी वेबसाइट पर उपलब्ध है। छात्रों को अपने स्कूल से प्रवेश पत्र प्राप्त करने होंगे। हिंदी की परीक्षा दो पालियों में होगी।

हाईस्कूल की हिंदी व प्रारंभिक हिंदी की परीक्षा 18 फरवरी को पहली पाली, इंटर की दूसरी पाली में होगी। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा 2026 के पूर्व घोषित अपने कार्यक्रम में संशोधन किया है। इंटरमीडिएट के संस्कृत और अंग्रेजी की परीक्षाएं एक ही दिन पड़ने के कारण विद्यार्थियों की सुविधा को देखते हुए बोर्ड ने बदलाव किया है। संशोधित कार्यक्रम के अनुसार, इंटरमीडिएट अंग्रेजी की परीक्षा पूर्व निर्धारित तिथि 20 फरवरी को दूसरी पाली में ही होगी, जबकि संस्कृत की परीक्षा अब 20 फरवरी के स्थान पर 12 मार्च को दूसरी पाली में आयोजित की जाएगी।
इसके साथ ही हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की हिंदी विषय की परीक्षा अब 18 फरवरी को दोनों पालियों में नहीं कराई जाएगी। परीक्षा केंद्र कम करने के लिए बोर्ड ने हाईस्कूल की हिंदी एवं प्रारंभिक हिंदी की परीक्षा 18 फरवरी को ही पहली पाली में और इंटरमीडिएट की सामान्य हिंदी एवं हिंदी विषय की परीक्षा 18 फरवरी को दूसरी पाली में कराने का निर्णय लिया है।
पहले दोनों ही कक्षाओं के लिए हिंदी, सामान्य हिंदी का पेपर एक ही शिफ्ट में आयोजित किया जा रहा था। इससे जहां छात्र-छात्राओं की संख्या अधिक हाेने समस्या पैदा होने की संभावना थी। कई परीक्षार्थी ऐसे हैं, जिनके संस्कृत व अंग्रेजी दोनों विषय हैं, ऐसे में उन्हें एक ही दिन में दो पालियों में परीक्षा देनी पड़ती। इससे परीक्षा से ठीक पूर्व एक विषय में तैयारी करने का समय नहीं मिलता। समय सारिणी संशोधित होने से अब वह दोनों विषयों की तैयारी ठीक ढंग से कर सकेंगे।
बोर्ड ने परीक्षा की संशोधित समय सारिणी जारी कर दी है। अन्य विषयों की परीक्षाएं पूर्व निर्धारित तिथियों एवं पाली में होंगी। इसे वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। परीक्षा के लिए विद्यार्थियों को प्रवेश पत्र स्कूल से प्राप्त करने होंगे। सभी विद्यार्थी प्रधानाचार्य से संपर्क करके प्रवेश पत्र प्राप्त कर सकेंगे।
-डा.अमरकांत सिंह, डीआइओएस

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