Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यूपी के इस शहर में चारकोल बनाने का होगा परीक्षण, अक्टूबर से दूर होगी कूड़े की समस्या

    Updated: Sat, 01 Mar 2025 01:31 PM (IST)

    गोरखपुर में कूड़े से चारकोल बनाने की अनूठी पहल शुरू हो रही है। 28 मार्च से सुथनी में 200 टन क्षमता के रिएक्टर से कूड़े से चारकोल बनाया जाएगा। इस परीक्षण के सफल होने पर अक्टूबर से गोरखपुर और आसपास की नगर पंचायतों से निकलने वाले 500 टन कूड़े का निस्तारण होगा। इससे न सिर्फ पर्यावरण संरक्षण होगा बल्कि स्वच्छता भी बढ़ेगी।

    Hero Image
    सुथनी में चारकोल प्लांट का निरीक्षण करतीं रेनू नारंग, साथ में नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल। नगर निगम

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले की सड़के अब चकाचक रहेंगी। चूंकि सहजनवां के सुथनी में कूड़े से चारकोल बनाने का परीक्षण 28 मार्च से शुरू होगा। दो सौ टन क्षमता के एक रियेक्टर की सहायता से दो सौ टन कूड़े से चारकोल बनाया जाएगा। परीक्षण की प्रक्रिया 10 से 12 दिन चलेगी। इसके बाद परीक्षण बंद कर बचे दो रियेक्टर लगाए जाएंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सितंबर तक चारकोल प्लांट का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। महानगर से निकलने वाला कूड़ा अक्टूबर से सीधे सुथनी भेजा जाएगा। इसके बाद न सिर्फ गोरखपुर वरन आसपास की नगर पंचायतों से रोजाना निकलने वाले पांच सौ टन कूड़े का निस्तारण होगा। शनिवार को नगर निगम के पार्षद सुथनी में प्लांट के कार्यों की प्रगति देखेंगे। साथ ही प्राकृतिक विधि से गंदे पानी का शोधन देखने तकियाघाट जाएंगे।

    नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन (एनटीपीसी) विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड की मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रेनू नारंग शुक्रवार को गोरखपुर पहुंचीं। उन्होंने नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल के साथ सुथनी में बन रहे चारकोल प्लांट का निरीक्षण किया। 255 करोड़ रुपये की लागत से एनटीपीसी प्लांट का निर्माण करा रही है।

    इसे भी पढ़ें- Railway News: ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाएंगी पूर्वोत्तर रेलवे की 13 नई बाईपास लाइनें, स्टेशनों पर कम होगा लोड

    उन्होंने रिएक्टर से लगायत सभी कार्यों को देखा। कंपनी के इंजीनियरों से निर्माण पूरा होने के संबंध में जानकारी ली। इसके बाद तय हुआ कि 28 मार्च से चारकोल बनाने का परीक्षण शुरू करा दिया जाएगा। एनटीपीसी चारकोल बनाने के बाद अपने प्लांट पर लेकर चला जाएगा।

    गोरखपुर से कूड़ा भी हटेगा और सड़क भी चकाचक होगा। जागरण


    नगर निगम को सिर्फ सुथनी तक कूड़ा पहुंचाना होगा। सुथनी में बायो सीएनजी के लिए दो सौ टन का दूसरा प्लांट भी स्थापित हो रहा है। यहां गीले कूड़े से बायो सीएनजी बनाई जाएगी। इस दौरान मुख्य अभियंता संजय चौहान, मोहित गुप्ता, सुलेख यादव, अतुल कुमार आदि मौजूद रहे।

    इसे भी पढ़ें- Gorakhpur News: अध्यात्म की अनुभूति कराएगा पीपल के पत्ते सा बन रहा कन्वेंशन सेंटर, मल्टीप्लेक्स सिनेमा होगा आकर्षण का केंद्र

    मुख्यमंत्री की मौजूदगी में हुआ है समझौता

    चारकोल प्लांट के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में लखनऊ में एनटीपीसी के अधिकारियों और महापौर डा. मंगलेश श्रीवास्तव और नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल की मौजूदगी में समझौता हुआ था। यह देश का दूसरा प्लांट है। पहला प्लांट वाराणसी में स्थापित किया गया है।