ऑनलाइन गेम में फंसे लेखाधिकारी, गवाएं 70 लाख रुपये; बना कर्जदार
गोरखपुर के पिपराइच निवासी एक युवक ऑनलाइन गेम के चक्कर में 70 लाख रुपये गवां बैठा। साइबर ठगों ने उसे व्हाट्सएप पर लुभावने ऑफर दिए और पैसे लगाने के लिए उकसाया। रिश्तेदारों से कर्ज लेकर भी उसने गेम में पैसे लगाए लेकिन सारे पैसे डूब गए। युवक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। पिपराइच का रहने वाला एक युवक आनलाइन गेम के चक्कर में 70 लाख रुपये गवां दिए। उसने रिश्तेदारों से कर्ज लेकर भी रुपये लगाए। साइबर ठग हर बार रकम बढ़ाकर वाट्सएप पर भेजते। जैसे ही युवक रकम को खाते में स्थानांतरण करने की कोशिश करता, वैसे ही एक नया टास्क आ जाता और वह फिर रुपये लगा देता था।
अंत में सभी रुपये गवांने के बाद गेम बंद हो गया और वह अवसाद में चला गया। उपचार कराने के बाद बुधवार को युवक पुलिस कार्यालय पहुंचकर प्रार्थना पत्र दिया। अधिकारी को घटनाक्रम के बारे में बताया। मामले की जांच सीओ गीडा को दी गई है। साइबर थाना पुलिस की मदद से वह युवक के रुपये वापस कराने की कोशिश में जुटे है।
पिपराइच के युवक ने बताया कि वह पंजाब के मोहाली स्थित एक कंपनी में लेखाधिकारी के पद पर कार्यरत है। जून 2024 में टेलीग्राम पर एक लिंक आया। जिसकी मदद से एक गेम एप डाउनलोड करने का आफर दिया गया। पहले तो उसने मजाक में डाउनलोड कर लिया और छोड़ दिया। फिर उसके पास उस एप के माध्यम से लुभावने संदेश आने लगे और वह लालच में फंस गया। इसके बाद उस
वह एप से गेम खेलना शुरू किया तो साइबर ठगों ने पहले कुछ रुपये ही लगाने को कहा। फिर धीरे-धीरे अधिक रुपये लगाकर अधिक कमाई का आफर दिया गया। युवक ने बताया कि लालच में आकर वह रुपये लगाना शुरू किया।
खाते के रुपये लगाने के बाद उसने क्रेडिट कार्ड से रुपये लगाए। फिर रिश्तेदारों से उधार लेकर रुपये लगाना शुरु कर दिया। हर बार उसे यही बताया जाता था, अब इतने रुपये और लगा दोगे तो जीती गई रकम खाते में चली जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और मार्च 2025 तक उसने 70 लाख रुपये लगाकर गवां दिए। जैसे ही उसने खेल बंद किया, वह एप भी बंद हो गया और मैसेज भी आने बंद हो गए।
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