गोरखपुर-डोमिनगढ़ थर्ड लाइन पर 100 की रफ्तार से दौड़ी ट्रेन, रेलवे जंक्शन का ब्लाक खत्म
गोरखपुर-डोमिनगढ़ तीसरी लाइन और गोरखपुर-नकहा जंगल डबल लाइन का काम पूरा हो गया है। रेल संरक्षा आयुक्त ने नई लाइनों का निरीक्षण किया। गोरखपुर जंक्शन पर मेगा ब्लॉक खत्म हो गया है जिससे ट्रेनों का संचालन सामान्य होगा। 520 करोड़ की लागत से बनी इस परियोजना से ट्रेनों की गति बढ़ेगी और समय की बचत होगी। इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम से ट्रेनों का संचालन सुगम होगा।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखपुर-डोमिनगढ़ थर्ड लाइन और गोरखपुर-नकहा जंगल डबल लाइन का कार्य शुक्रवार को पूरा हो गया। रेल संरक्षा आयुक्त, उत्तर पूर्व सर्किल (सीआरएस) प्रणजीव सक्सेना ने दोनों नई रेल लाइनों का गहन निरीक्षण कर स्पीड ट्रायल किया।
सीआरएस ने गोरखपुर-डोमिनगढ़ थर्ड लाइन पर अधिकतम 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन चलाकर पटरियों की क्षमता का परीक्षण किया। इसके साथ ही गोरखपुर जंक्शन पर पांच दिनों से चल रहा मेगा ब्लाक भी खत्म हो गया। शनिवार से गोरखधाम समेत अन्य निरस्त व मार्ग परिवर्तित ट्रेनों का संचालन सामान्य हो जाएगा।
सीआरएस निरीक्षण के लिए सुबह 10:45 से रात 10:45 बजे तक कुल 12 घंटे ट्रेनों का ब्लाक लिया गया था। ब्लाक के दौरान ट्रेनों का संचालन पूरी तरह ठप रहा। सीआरएस के साथ पूर्वोत्तर रेलवे के संबंधित समस्त रेल अधिकारी उपस्थित थे।
सीआरएस ने निरीक्षण के दौरान एक-एक बिंदुओं की जानकारी ली और अहम सुझाव भी प्रदान किया। मेगा ब्लाक के दौरान गोरखपुर जंक्शन का बंद पड़ा फुट ओवरब्रिज (एफओबी) भी पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। अब इसके लिए अलग से ट्रेनों का ब्लाक नहीं लेना पड़ेगा। इस कार्य के लिए 250 विभागीय और संविदा कर्मचारी कार्यरत तैनात किए गए थे।
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि डोमिनगढ़-गोरखपुर जंक्शन-गोरखपुर कैंट-कुसम्ही तीसरी लाइन तथा गोरखपुर जंक्शन-नकहा जंगल दोहरीकरण परियोजना (22 किमी) 520 करोड़ की लागत से पूर्ण की गई है।
इस परियोजना के अन्तर्गत अंतिम चरण में गोरखपुर जंक्शन-डोमिनगढ़ (04 किमी) तीसरी लाइन तथा गोरखपुर-नकहा जंगल (05 किमी) दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण का कार्य पूरा हो चुका है। तीसरी लाइन के निर्माण से लाइन क्षमता में वृद्धि होगी।
डोमिनगढ़ में रेल लाइन को ठीक करते रेलकर्मी। जागरण
मांग के अनुरूप ट्रेनें अधिक संख्या में तीव्र गति से चलाई जा सकेंगी। यात्री ट्रेनों का परिचालन और अधिक सुचारू रूप से होगा। समय पालन में सुधार होगा। इसके साथ ही इस रेल खंड पर चलने वाली मालगाड़ियों के परिचालन समय में भी कमी आएगी।
डोमिनगढ़, गोरखपुर जंक्शन, गोरखपुर कैंट, कुसम्ही तथा नकहा जंगल स्टेशन पर ट्रेनों का संचालन अब इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम से आरंभ हो गया है।
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डिजिटलाइजेशन की दिशा में इलेक्ट्रॉनिक इंटरलाकिंग प्रणाली एक महत्वपूर्ण कदम है, जो ट्रेनों के संचालन को संरक्षित एवं सुगम बनाती है।
इन निरस्त ट्रेनों का बहाल हुआ संचालन
- 28 एवं 29 सितंबर को 55094 गोंडा-गोरखपुर सवारी गाड़ी।
- 29 एवं 30 सितंबर व 01 अक्टूबर को 55073 गोरखपुर-बढ़नी सवारी गाड़ी।
- 29 सितंबर को 75108 गोंडा-नकहा जंगल डेमू गाड़ी।
- 29 सितंबर को चलने वाली 75115 नकहा जंगल-नौतनवा डेमू गाड़ी।
- 30 सितंबर को 75116 नौतनवा-गोरखपुर डेमू गाड़ी।
- 30 सितंबर को 75117 गोरखपुर-बढ़नी डेमू गाड़ी।
- 30 सितंबर को 75118 बढ़नी-गोरखपुर डेमू गाड़ी।
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