गोरखपुर में मंडी में बेचा गया केमिकल लगा आलू, खाद्य सुरक्षा विभाग ने शुरू की जांच
गोरखपुर के महेवा मंडी में रंगने की आशंका से सीज किए गए आलू की सील व्यापारियों द्वारा तोड़ी गई। खाद्य सुरक्षा विभाग ने जांच शुरू कर दी है। आशंका है कि सील तोड़कर आलू बेचा गया है। दैनिक जागरण ने इस मामले को उजागर किया था जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई की थी। पल्लेदारों ने भी आलू से त्वचा में संक्रमण की शिकायत की थी।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। रंगने की आशंका में महेवा मंडी में सीज आलू की सील तोड़ दी गई है। भारी मात्रा में आलू बेचने की आशंका है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने जांच शुरू कर दी है। प्रथम दृष्टया सील से छेड़छाड़ की पुष्टि हुई है। दोनों ट्रकों पर पांच सौ क्विंटल आलू था।
28 सितंबर को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने महेवा मंडी में छापा मारा। यहां तमिलनाडु के वेल्लौर और उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद से दो ट्रक में रखकर मंगाए गए आलू की जांच की। प्राथमिक जांच में आलू को केमिकल से रंगने की पुष्टि हुई तो ट्रक से बोरों को उतारकर सीज कर दिया गया।
सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा डा. सुधीर कुमार सिंह ने नमूने लेने के बाद आलू सीज कर व्यापारियों के गोदाम में रखवा दिया। निर्देश दिए कि रिपोर्ट आने तक आलू की न तो बिक्री होगी और न ही इसका इस्तेमाल किया जाएगा। अभी रिपोर्ट नहीं आयी कि सोमवार को सूचना मिली कि सील तोड़कर आलू बेचा गया है। इसके बाद खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
सहायक आयुक्त डा. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि महेवा मंडी में सीज आलू की सील तोड़ने की शिकायत के बाद जांच कराई गई है। सील से छेड़छाड़ की आशंका है। यदि ऐसा किया गया है तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसी हफ्ते आलू के नमूने की रिपोर्ट भी आ जाएगी।
व्यापारियों ने छुपाने की कोशिश की
अधिकारियों ने जांच शुरू की तो व्यापारियों ने मामला छुपाने की कोशिश की। सील को पहले की तरह करने का भी प्रयास किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। सूत्रों का कहना है कि आलू बेचा गया है। सबसे खराब आलू को गायब करने की नियत से अच्छे आलू से भरा बोरा भी रखा गया है।
दैनिक जागरण ने चलाया था अभियान
खराब आलू को केमिकल से रंगकर बेचने का मामला पिछले महीने सामने आया था। सहायक आयुक्त डा. सुधीर कुमार सिंह ने सब्जी बनाने के लिए आलू खरीदा तो उन्हें शक हुआ। जांच में आलू को रंगने की पुष्टि हुई।
दैनिक जागरण ने इसे अभियान के रूप में प्रकाशित किया। दैनिक जागरण की खबर का संज्ञान लेते हुए शासन ने 28 सितंबर को पूरे प्रदेश में एक साथ जांच कराई। महेवा मंडी में दो ट्रक आलू मिलने के बाद इसे सीज कराया गया।
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पल्लेदारों की त्वचार हो रही थी खराब
महेवा मंडी में केमिकल से रंगे आलू का बोरा उतारने वाले पल्लेदारों ने त्चचा में खुजली और संक्रमण की शिकायत की थी। कई पल्लेदारों को इतनी ज्यादा दिक्कत हुई कि उन्होंने मंडी में आना ही छोड़ दिया था।
आलू की कराएंगे तौल
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम आलू की तौल कराएगा। इसके बाद पता चलेगा कि कितना आलू बेचा गया है। यदि आलू को बदलकर दूसरा आलू रखा गया होगा तो भी इसे गलत मानने हुए कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
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