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    महुआचाफी कांड: हत्यारोपी जुबैद और मन्नू के करीबियों ने भी छोड़ा घर, बार्डर तक चल रही दबिश

    Updated: Fri, 26 Sep 2025 07:51 AM (IST)

    गोरखपुर के पिपराइच में नीट छात्र दीपक गुप्ता की हत्या के मामले में पुलिस तस्करों की तलाश में जुटी है। एसटीएफ और पुलिस टीम आरोपियों के नेटवर्क की छानबीन कर रही है और उनकी संपत्ति का ब्योरा जुटा रही है। मन्नू शाह नामक एक आरोपी के सरेंडर की खबर है जिसकी पुष्टि पुलिस कर रही है। इस घटना के बाद पुलिस विभाग में भी कई बदलाव किए गए हैं।

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    तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। पिपराइच क्षेत्र के महुआचाफी गांव में 15 सितंबर की रात नीट की तैयारी कर रहे छात्र दीपक गुप्ता की हत्या में शामिल तस्करों की तलाश में पुलिस और एसटीएफ लगातार दबिश बना रही है।

    इस कार्रवाई से रामपुर जिले के जुबैद और पिपराइच का मन्नू निषाद ही नहीं, बल्कि उनके करीबी भी खौफजदा होकर अपने-अपने घर छोड़ चुके हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि अब एसटीएफ और स्थानीय पुलिस केवल फरार आरोपितों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उनके पूरे नेटवर्क की परतें खोलने में जुटी है।

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    पुलिस ने जेल भेजे गए आरोपितों से पूछताछ के आधार पर उनकी अपराध से अर्जित संपत्ति का ब्योरा जुटाना शुरू कर दिया है। साथ ही उनके संपर्क में रहने वाले लोगों की सूची बनाई जा रही है। शहर से लेकर बार्डर तक तस्करों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

    बिहार के गोपालगंज निवासी पशु तस्कर और एक लाख रुपये का इनामी मन्नू शाह, जो महुआचाफी कांड का भी आरोपित है, के सरेंडर की पुष्टि यूपी पुलिस को अब तक नहीं हुई है।

    सूत्रों के मुताबिक, उसने 2023 में दर्ज एक पुराने पशु और शराब तस्करी के मुकदमे में शुक्रवार को कोर्ट में समर्पण किया है। लेकिन गोरखपुर पुलिस को न्यायालय या बिहार पुलिस से कोई लिखित जानकारी नहीं मिली है।

    एसटीएफ और विवेचना टीम का कहना है कि जैसे ही आधिकारिक सूचना मिलती है, वारंट-बी की अर्जी देकर उसे गोरखपुर लाया जाएगा। अधिकारियों का मानना है कि मन्नू शाह का सरेंडर पुलिस दबाव और लगातार हो रही छापेमारी का नतीजा है।

    यह है मामला:

    15 सितंबर की रात पिपराइच के महुआचाफी गांव में पशु तस्करों ने नीट की तैयारी कर रहे छात्र दीपक गुप्ता का अपहरण कर हत्या कर दी। उसी रात ग्रामीणों ने गोपालगंज के तस्कर अजहर हुसैन को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।

    पिटाई में घायल अजहर की बाद में बीआरडी मेडिकल कालेज में मौत हो गई। 16 सितंबर को कुशीनगर जिले में मुठभेड़ के दौरान रहीम गिरफ्तार, उसके पास से पिस्टल व बाइक बरामद हुई। 17-18 सितंबर गीडा क्षेत्र के तीन तस्कर छोटू, राजू और रामलाल को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।

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    18 सितंबर को एडीजी जोन के आदेश पर कुशीनगर जिले के 33 पुलिसकर्मी, जिनमें दो थाना प्रभारी और पांच चौकी प्रभारी शामिल थे, लाइन हाजिर। अगले दिन पिपराइच थाने के दो सिपाही और मुंशी प्रदीप कुमार हटाए गए।

    20 सितंबर को गोरखपुर एसटीएफ ने विवेचना संभाली और 10 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की।

    22 सितंबर को महुआचाफी गांव के हालात की समीक्षा के बाद पिपराइच थानेदार व जंगल छत्रधारी चौकी प्रभारी लाइन हाजिर, अब तक 50 पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई।