Gorakhpur NEET Student Murder: महुआचाफी में आठ तस्करों ने की थी वारदात, पांच हो चुके हैं गिरफ्तार
गोरखपुर में नीट की तैयारी कर रहे छात्र दीपक गुप्ता की हत्या में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। जांच में आठ तस्करों के नाम सामने आए हैं जिनमें से पांच गिरफ्तार हो चुके हैं। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश कर रही है जिन्हें नेटवर्क का मुख्य सरगना माना जा रहा है। पुलिस पूरे तस्करी गिरोह का पर्दाफाश करने में जुटी है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। नीट की तैयारी कर रहे छात्र दीपक गुप्ता की हत्या में आठ तस्करों का नाम साफ तौर पर सामने आ चुका है। पुलिस जांच और पकड़े तस्करों से पूछताछ में यह बात सामने आयी है।
अब तक पांच तस्कर पुलिस के शिकंजे में आ चुके हैं जबकि तीन फरार हैं। एसटीएफ और जिले की क्राइम ब्रांच की टीमें बिहार से लेकर पश्चिमी यूपी तक दबिश दे रही हैं।
वारदात में शामिल तस्करों में सबसे पहले अजब हुसैन पुत्र ईश हुसैन निवासी रामपुर खुर्द थाना गोपालपुर, गोपालगंज (बिहार) को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस को सौंपा था। भीड़ की पिटाई में वह गंभीर रूप से घायल हो गया था और फिलहाल बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती है।
रहीम पुत्र हजरत निवासी कोटिया मठिया, थाना पटहेरवा, कुशीनगर बुधवार को रामकोला में पुलिस मुठभेड़ के दौरान दबोचा गया। उसके दोनों पैरों में गोली लगी और पुलिस ने उसके पास से पिस्टल व चोरी की बाइक बरामद की।
इसी कड़ी में गीडा क्षेत्र के छोटू पुत्र रामानंद उर्फ कोईल, राजू उर्फ महिपाल निषाद पुत्र गोपीचंद निषाद और रामलाल निवासी नौसढ़ पुलिस की गिरफ्त में हैं। तीनों से पूछताछ में कई अहम जानकारी पुलिस के हाथ लगी है।
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अब पुलिस की सबसे बड़ी चुनौती हैं गोपालगंज का मन्नू सेठ, रामपुर का जुबैर पुत्र फिरासत और पिपराइच का मन्नू निषाद उर्फ विदुर। ये तीनों अभी तक फरार हैं। पुलिस का मानना है कि यही लोग पूरे नेटवर्क की रीढ़ हैं और इनकी गिरफ्तारी से तस्करी गिरोह की पूरी साजिश बेनकाब होगी।
एसएसपी राजकरन नय्यर ने बताया कि पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करना ही हमारी प्राथमिकता है। जल्द ही सभी आरोपित गिरफ्त में होंगे।
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