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    राष्ट्रपति के हाथों आज गोरखपुर नगर निगम को मिलेगा राष्ट्रीय जल पुरस्कार, जल संरक्षण के लिए देश में तीसरा और प्रदेश में पहला हुआ है हासिल

    Updated: Tue, 18 Nov 2025 08:04 AM (IST)

    गोरखपुर नगर निगम को जल संरक्षण में उत्कृष्ट योगदान के लिए राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय जल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार गोरखपुर को देश में तीसरा और उत्तर प्रदेश में पहला स्थान दिलाता है। जल संरक्षण के प्रयासों के लिए यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

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    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। जल के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने, जल संरक्षण और जल उपयोग की सर्वोत्तम प्रणालियों को अपनाने के लिए नगर निगम गोरखपुर को मंगलवार को दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय जल पुरस्कार मिलेगा। जल संचय जन भागीदारी- 1.0 पुरस्कार के लिए गोरखपुर का चयन देश में तीसरे स्थान के लिए हुआ है।

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    नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु यह पुरस्कार प्रदान करेंगी। पुरस्कार स्वरूप नगर निगम को प्रशस्तिपत्र के अलावा दो करोड़ रुपये रुपये भी मिलेंगे।

    कार्यक्रम में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल, राज्य मंत्री वी सोमन्ना और डा. राजभूषण चौधरी, जल संसाधन विभाग के सचिव वीएल कंठा राव, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सचिव अशोक केके मीणा सहित कई राज्यों से आए मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी, महापौर और नगर आयुक्त उपस्थित रहेंगे।

    मिला है देश में तीसरा व प्रदेश में पहला स्थान
    ‘जल संचय जन भागीदारी (जेएसजेबी) 1.0 अभियान’ में गोरखपुर नगर निगम को राष्ट्रीय स्तर पर 21 शीर्ष विजेताओं में स्थान मिला है। प्रदेश में जल संरक्षण श्रेणी में बेहतर प्रदर्शन करने वाले टाप-5 में उत्तर प्रदेश के दो नगर निगम शामिल हैं। प्रदेश में नगर निगम गोरखपुर को पहला स्थान और देश में तीसरा स्थान हासिल हुआ है।

    इस सूची में पहला स्थान छत्तीसगढ़ के रायपुर नगर निगम को, दूसरा स्थान तेलंगाना के हैदराबाद नगर निगम, तीसरा स्थान उत्तर प्रदेश के गोरखपुर नगर निगम को, चौथा स्थान आंध्रप्रदेश के राजमुंदरी नगर निगम को और पांचवा स्थान उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद नगर निगम को हासिल हुआ है।

    कुछ अंक कम रह जाने से चूके दूसरे स्थान से
    रायपुर नगर निगम को इस श्रेणी में 33082 अंक मिले हैं। वहीं, गोरखपुर नगर निगम को 14331 अंक हासिल हुए हैं। दोनों के बीच तो काफी ज्यादा अंक का फासला है, लेकिन 14363 अंक हासिल कर दूसरा स्थान हासिल करने वाले हैदराबाद नगर निगम से मात्र 32 अंक का फासला रह गया है।

    इन प्रयासों से राष्ट्रीय स्तर पर चमका गोरखपुर
    नगर निगम गोरखपुर ने बीते कुछ वर्षों में जल संरक्षण को लेकर विभिन्न अभिनव प्रयास किए हैं। वर्षा जल संचयन, जल स्रोतों का पुनर्जीवन, जागरूकता अभियान, जल उपयोग में दक्षता और सामुदायिक सहभागिता जैसे क्षेत्रों में निगम ने बेहतरीन कार्य किया है।

    तकिया घाट में फाइटोरेमिडिएशन तकनीक से नालों के पानी के शोधन को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। मोती पोखरा की नैनो बबल तकनीक से सफाई कर कई पोखरों को अमृत सरोवर के रूप में विकसित कर उसमें गंदे पानी की निकासी को रोका गया। जल निगम नगरीय ने कई एसटीपी और सीवेज लाइनें डाल कर बारिश के पानी निकासी करने वाले नालों और घरों से इस्तेमाल किए हुए जल में सीवेज को रोकने की दिशा में काम किया।

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    स्वच्छ सर्वेक्षण 2024-25 में भी गोरखपुर नगर निगम को वाटर प्लस सिटी का दर्जा मिला है। बड़ी संख्या में नगर निगम ने नए क्षेत्रों में जलापूर्ति के लिए पाइप लाइन और ट्यूबवेल भी लगाए हैं। अर्बन फ्लड मैनेजमेंट सिस्टम का भी इस उपलब्धि में योगदान रहा। स्कूलों, स्वयं सहायता समूहों, आरडब्ल्यूए, व्यापार मंडलों और युवाओं को व्यापक रूप से जोड़ जल संरक्षण के लिए प्रेरित किया। जल स्रोतों की जियो-टैगिंग, डिजिटल मानिटरिंग और श्रमदान जैसे नवाचारों ने जागरूकता को नई ऊंचाई दी। इन्हीं सब वजहों से राष्ट्रीय स्तर पर गोरखपुर को यह सम्मान मिला है।

    पुरस्कार समारोह का होगा सीधा प्रसारण
     विज्ञान भवन नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के हाथों महापौर एवं नगर आयुक्त के सम्मान समारोह का कार्यक्रम का लाइव प्रसारण सदन हाल में किया जाएगा। नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने सभी पार्षदों से 10.30 बजे से सदन हाल में उपस्थित होकर इस गौरवशाली समारोह में वर्चुअल शामिल होने की अपील की गई है।

    ‘गोरखपुर नगर निगम को देश में तीसरा स्थान प्राप्त होना न केवल पूर्वांचल बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है। यह उपलब्धि गोरखपुर के लोगों की सक्रिय भागीदारी, नगर निगम टीम की प्रतिबद्धता और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन का प्रत्यक्ष परिणाम है।’

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    -डा. मंगलेश कुमार श्रीवास्तव, महापौर

    - गोरखपुर नगर निगम की यह उपलब्धि स्वच्छता और जल संरक्षण दोनों क्षेत्रों में राष्ट्रीय मानक स्थापित करती है। यह सम्मान केवल निगम का नहीं, बल्कि गोरखपुर की जनता की साझी जीत है, जो महानगर को स्वच्छ, सुंदर और सतत भविष्य की ओर ले जा रही है।’

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    -गौरव सिंह सोगरवाल, नगर आयुक्त गोरखपुर