शिक्षक MLC चुनाव के लिए कमर कस रहे दो दर्जन दावेदार, कद्दावर नेताओं का लगा रहे चक्कर
गोरखपुर-फैजाबाद शिक्षक एमएलसी चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। उम्मीदवार बनने के इच्छुक लोग सक्रिय हो गए हैं और मतदाताओं को साधने का प्रयास कर रहे हैं। लगभग दो दर्जन संभावित उम्मीदवारों के नाम सामने आ रहे हैं। मतदाता पुनरीक्षण अभियान 30 सितंबर से शुरू होगा जिसके बाद स्थिति और स्पष्ट हो जाएगी। पार्टी का जोर अभी केवल मतदाता पुनरीक्षण पर है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। एक तरह जहां गोरखपुर-फैजाबाद शिक्षक एमएलसी चुनाव के लिए मतदाताओं को सहेजने का सिलसिला शुरू हो गया है तो दूसरी ओर प्रत्याशी बनने के लिए दावेदारों ने कमर कसनी शुरू कर दी है। 17 जिले वाले निर्वाचन क्षेत्र में करीब दो दर्जन दावेदारों के नाम सामने आने लगे हैं।
दावेदार अपनी प्रत्याशिता को लेकर तरह-तरह से माहौल बनाने लगे हैं। प्रतिद्वंद्वियों का भी मन भापने लगे हैं। दावेदारी में लगभग सभी जिलों की भागीदारी दिखने लगी है। गोरखपुर में इसे लेकर सर्वाधिक हलचल नजर आ रही है।
दावेदारों में माध्यमिक शिक्षकाें के अलावा स्व-वित्तपोषित स्कूलों व कालेजों के दावेदार भी शामिल है। कुछ दावेदार अलग-अलग शिक्षक गुटों में पैठ बना रहे हैं। उनके पदाधिकारियों से प्रत्याशी बनाए जाने का जुगाड़ लगा रहे हैं। कुछ इसके साथ-साथ राजनीतिक दलों के कद्दावर नेताओं का चक्कर लगा रहे हैं।
उनसे पार्टी का समर्थन दिलाने की गुहार लगा रहे हैं। अपने पक्ष में मतदाताओं की संख्या गिनाकर खुद को मजबूत प्रत्याशी बता रहे हैं। इसके साथ-साथ मतदाता पुनरीक्षण में सक्रिय भागीदारी की तैयारी भी दावेदारों की ओर से की जा रही है।
इसके लिए वह मतदाताओं की सूची बनाकर उन्हें मतदाता फार्म उपलब्ध कराने की योजना बना रहे हैं। कुछ ने तो अपने सहयोगियों की मदद से शिक्षकों तक मतदाता फार्म पहुंचाना शुरू कर दिया है। उन्हें अपने पक्ष में मतदान के लिए सहेजना भी शुरू कर दिया है।
मतदाता पुनरीक्षण के दौरान स्पष्ट हो जाएगी स्थिति
30 सितंबर से गोरखपुर-फैजाबाद शिक्षक एमएलसी निर्वाचन क्षेत्र के लिए मतदाता पुनरीक्षण अभियान चलाया जाएगा। माना जा रहा है कि इस अभियान के शुरू होते ही कुछ ऐसे दावेदार भी सामने आएंगे, जो अबतक व्यक्तिगत तौर पर चुनाव लड़ने की भूमिका तैयार कर रहे हैं।
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मतदाता पुनरीक्षण अभियान में सक्रियता से वह भी पटल पर आ जाएंगे। अभियान समाप्त होने तक यह स्पष्ट हो जाएगा कि दावेदारी को लेकर कौन मैदान में टिकेगा और कौन हार मानकर प्रत्याशिता की दौड़ से बाहर हो जाएगा।
शिक्षक एमएलसी चुनाव के लिए दावेदारों ने अपनी स्थिति का आकलन शुरू कर दिया है। निर्वाचन क्षेत्र के ज्यादातर जिलों से दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। शिक्षकों के अलावा गैर शिक्षक भी भाग्य आजमाने की योजना बना रहे हैं। मतदाता पुनरीक्षण अभियान शुरू होने के साथ इसे लेकर स्थिति साफ होती दिखने लगेगी। हालांकि पार्टी का जोर अभी केवल मतदाता पुनरीक्षण पर है। प्रत्याशिता पर पार्टी में कोई चर्चा नहीं है।
-बृजेश मणि मिश्र, भाजपा महानगर संयोजक
गोरखपुर-फैजाबाद शिक्षक एमएलसी निर्वाचन क्षेत्र
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