Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गोरखपुर में निलंबन के 24 घंटे के भीतर दो सहायक अभियंता मीटर बहाल, तीन को नहीं मिली राहत

    Updated: Wed, 24 Sep 2025 08:37 AM (IST)

    गोरखपुर में रिजेक्टेड मीटरों को बहाल करने के मामले में दो सहायक अभियंताओं (एई) को निलंबित किया गया था जिन्हें बाद में बहाल कर दिया गया। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम ने कहा कि एई ने मीटरों को अप्रूव नहीं किया था। एक्सईएन पर कार्रवाई जारी है और साइबर सेल से जांच का अनुरोध किया गया है। कर्मचारी समिति ने एक्सईएन पर कार्रवाई का विरोध किया है।

    Hero Image
    रिजेक्ट सूची में डाले गए मीटर को अप्रूव्ड करने का मामला। सांकेतिक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। रिजेक्ट सूची में डाले गए मीटरों को अप्रूव्ड करने के मामले में निलंबित किए गए दो सहायक अभियंता (एई) मीटर को 24 घंटे के भीतर बहाल कर दिया गया है। इन्हें सोमवार को निलंबित किया गया था। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि दोनों एई ने मीटरों को अप्रूव्ड नहीं किया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसे देखते हुए दोनों का निलंबन निरस्त करते हुए पुरानी जगह पर बहाल किया जाता है। लेकिन अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) मीटर को कोई राहत नहीं मिली है। तीनों की जगह दूसरे एक्सईएन की तैनाती शुरू कर दी गई है। नगरीय परीक्षण खंड के एक्सईएन मनोज कुमार बनाए गए हैं। वह मुख्य अभियंता जोन दो के कार्यालय से संबद्ध थे।

    17 और 18 सितंबर की शाम से अगले दिन सुबह तक 3798 मीटरों को अप्रूव्ड किया गया था। यह वह मीटर थे जिन्हें परिसर से उतारा गया तो पता चला कि इनमें गड़बड़ी है। ऐसे मीटरों की परीक्षण खंड लैब में जांच करता है।

    जांच में रीडिंग की जानकारी के बाद इसे सिस्टम पर दर्ज कर क्वालिटी कंट्रोल थ्री की प्रक्रिया पूरी की जाती है। यदि मीटर में रीडिंग स्टोर है तो इसे दर्ज करने से बिजली निगम को राजस्व का फायदा होता है।

    इन पर हुई है कार्रवाई

    नगरीय परीक्षण खंड के एक्सईएन शिवेंद्र सिंह, विद्युत परीक्षण खंड प्रथम के परवेज आलम व विद्युत परीक्षण खंड द्वितीय के अविनाश अग्रहरि को निलंबित किया गया। इसके साथ ही नगरीय परीक्षण उपखंड बक्शीपुर के एई मीटर योगेंद्र कुमार यादव व कौड़ीराम उपखंड के एई मीटर अक्षय लाल को निलंबित किया गया था। इन दोनों को बहाल कर दिया गया है।

    अभियंताओं ने साइबर सेल को भेजा मेल

    एक्सईएन का कहना है कि उनकी जानकारी के बिना मीटरों को अपूव्ड किया गया है। एक्सईएन परवेज आलम ने साइबर सेल को मेल भेजकर पूरे मामले की जांच का अनुरोध किया है। माना जा रहा है कि साइबर सेल की जांच में यह पता चल जाएगा कि किस कम्प्यूटर से किसने मीटरों को अप्रूव्ड किया है।

    विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने किया विरोध

    विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने मीटरों को अपूव्ड किए जाने के मामले में एक्सईएन पर कार्रवाई का विरोध किया है। संगठन के संयोजक पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि स्मार्ट मीटर घोटाला करोड़ों का है। इसमें कार्यदायी संस्था को बचाने के लिए एक्सईएन पर कार्रवाई की गई है। कंपनी द्वारा पुराने मीटर की जगह स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं।

    पोर्टल पर प्राप्त मीटर रीडिंग सत्यापन के संदिग्ध मामलों को अभियंताओं ने निरस्त करते हुए पुराने मीटर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था। इन मीटर को अब तक नहीं उपलब्ध कराया गया और अभियंताओं की आइडी से छेड़छाड़ कर इन मीटरों को अप्रूव्ड कर दिया गया है। बिना जांच निलंबित किया गया है।

    यह भी पढ़ें- UPPCL Prepaid Meter Update: जमानत राशि से भी जलेगी बिजली, एक माह तक ठप नहीं होगी आपूर्ति

    जिन्होंने स्वीकार लिया, वह बच गए

    गोरखपुर-बस्ती मंडल में महराजगंज जिले को छोड़कर हर जगह रिजेक्ट मीटरों को अपूव्ड किया गया लेकिन कार्रवाई गोरखपुर जिले में ही हुई है। सूत्रों का कहना है कि दूसरे अभियंताओं ने स्वीकार कर लिया कि उन्होंने खुद ही मीटरों को अपूव्ड किया है। इस कारण उन पर कार्रवाई नहीं की गई।

    हाइडिल कालोनी में बांटी मिठाई

    निलंबन रद होने के बाद एक एई मीटर ने मोहद्दीपुर स्थित हाइडिल कालोनी में अभियंताओं व कर्मचारियों को मिठाई भी खिलाई। उनका कहना था कि उनके खिलाफ जबरदस्ती कार्रवाई की गई थी।