Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गोरखपुर महोत्सव में सजेगी टेराकोटा की गुड़िया, स्टाल बनेंगे आकर्षण का केंद्र

    Updated: Thu, 18 Dec 2025 02:41 PM (IST)

    गोरखपुर महोत्सव में टेराकोटा की गुड़िया आकर्षण का केंद्र होंगी। महोत्सव में टेराकोटा से सजे स्टॉल लगाए जाएंगे, जो दर्शकों को आकर्षित करेंगे। यह महोत्स ...और पढ़ें

    Hero Image

    टेराकोटा की गुड़िया तैयार करते शिल्पकार। जागरण 

    संवादसूत्र, भटहट। गोरखपुर महोत्सव में एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना में शामिल टेराकोटा के आधा दर्जन से अधिक स्टाल लगाए जाएंगे। पारंपरिक टेराकोटा कलाकृतियों के साथ इस बार आकर्षक गुड़िया और सजावटी फाउंटेन भी लोगों को लुभाएंगे। 11 जनवरी 2026 को गोरखपुर महोत्सव का शुभारंभ चंपा देवी पार्क में होगा, जहां विभिन्न जगहों के उत्पादों की प्रदर्शनी सजेगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भटहट क्षेत्र के टेराकोटा शिल्पकार गोरखपुर महोत्सव की प्रदर्शनी में शामिल होने के लिए अलग- अलग कलाकृतियां तैयार कर रहे हैं। बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ अभियान को ध्यान में रखते हुए टेराकोटा की गुड़िया बना रहे हैं। ग्राम पंचायत जंगल एकला नंबर दो के बुढ़ऊ टोला निवासी हरिओम आजाद ने बताया कि विशेष रूप से टेराकोटा की गुड़िया बनाई जा रही हैं। ताकि इस बार प्रदर्शनी में आने वाले लोग कलाकृतियों के बदलाव का अनुभाव पा सकें।

    साढ़े तीन फीट ऊंची गुड़ियां के साथ- साथ लगभग सौ प्रकार के फ्लावर पाट महोत्सव का मुख्य आकर्षण होंगे। इनकी तैयारी में 15 से अधिक पुरुष एवं महिला शिल्पकार प्रतिदिन जुटे हुए हैं।

    यह भी पढ़ें- गोरखपुर में आंबेडकर चौराहा से मुख्य डाकघर तक 18 मीटर चौड़ी होगी सड़क, सीएम ग्रिड योजना के तहत होगा विकास

    टेराकोटा गुड़ियों के निर्माण में जुटे रामदरस ने बताया कि वर्तमान में इनकी मांग तेजी से बढ़ी है। लोग अपने घरों और कार्यालयों की सजावट के लिए इस तरह की कलाकृतियों को प्राथमिकता दे रहे हैं। शिल्पकार पूनम ने बताया कि भोपाल, झांसी, हैदराबाद, अहमदाबाद और इंदौर सहित कई शहरों में गुड़िया सहित अन्य नए प्रकार के कलाकृतियों की मांग है।

    शिल्पकारों का कहना है कि प्रदेश सरकार की ओर से ओडीओपी योजना में टेराकोटा को शामिल किए जाने से उनके व्यवसाय में दोगुणा वृद्धि हुई है। पहले जहां पारंपरिक कलाकृतियों की मांग रहती थी। वहीं अब लोग नए-नए डिजाइन और आधुनिक शैलियों की टेराकोटा कलाकृतियां बनवाने में रुचि दिखा रहे हैं। इसलिए गोरखपुर महोत्सव में आयोजित होने प्रदर्शनी के लिए विशेष तैयारी की जा रही है।