गोरखपुर महोत्सव: रॉकेट लांचिंग से चरम पर पहुंचेगा रोमांच, लिडार से जमीन की मैपिंग
गोरखपुर महोत्सव में 10 से 12 जनवरी तक विज्ञान प्रदर्शनी में राकेट लांचिंग मुख्य आकर्षण होगी, जो 300-400 मीटर तक जाएगी। स्पेस दर्शन द्वारा आयोजित इस प् ...और पढ़ें

गोरखपुर महोत्सव परिसर में 11 से 13 जनवरी तक आयोजित होगी विज्ञान प्रदर्शनी। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखपुर महोत्सव परिसर में 10, 11 और 12 जनवरी को आयोजित होने वाली विज्ञान प्रदर्शनी इस बार विज्ञान के अद्यतन और रोमांचक प्रयोगों की जीवंत झलक दिखाएगी। प्रदर्शनी का सबसे बड़ा आकर्षण बच्चों द्वारा तैयार किए गए राकेटों की लांचिंग होगी, जो आसमान में 300 से 400 मीटर तक ऊंची उड़ान भरेंगे। कुल पांच राकेटों की यह लांचिंग न केवल बच्चों और युवाओं में वैज्ञानिक उत्सुकता जगाएगी, बल्कि उपस्थित जनसमूह के रोमांच को भी चरम पर भी पहुंचाएगी।
महोत्सव समिति के आमंत्रण पर क्षेत्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केंद्र ने प्रदर्शनी की तैयारियां तेज कर दी हैं। राकेट लांचिंग की जिम्मेदारी ‘स्पेस दर्शन’ नामक निजी संस्था को सौंपी गई है, जिसने इसके लिए तकनीकी और सुरक्षा स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। प्रदर्शनी में विज्ञान के अत्याधुनिक प्रयोग और तकनीक का भी व्यापक प्रदर्शन होगा। लखनऊ का रिमोट सेंसिंग एप्लिकेशन सेंटर विभिन्न प्रकार के लिडार उपकरणों के साथ प्रदर्शनी में हिस्सा लेगा।
लिडार तकनीक से जमीन के नीचे सर्वेक्षण, स्थल मैपिंग और उसके व्यावहारिक उपयोग को लाइव प्रदर्शन के जरिए दिखाया व समझाया जाएगा। लिडार का मोबाइल स्वरूप भी दर्शकों को देखने को मिलेगा, जो आधुनिक सर्वेक्षण तकनीक की झलक देगा। साइंस सिटी की टीम विज्ञान बस के साथ प्रदर्शनी में पहुंचेगी।
इस बस के माध्यम से बच्चों और आमजन को विज्ञान आधारित रोचक प्रयोग और ‘विज्ञान के चमत्कार’ दिखाए जाएंगे। वहीं ‘स्पेस दर्शन’ संस्था मोबाइल नक्षत्रशाला लेकर आएगी, जिसके जरिए प्रदर्शनी स्थल पर ही दर्शक तारों, ग्रहों और नक्षत्रों की दुनिया का सजीव अनुभव कर सकेंगे। इलाहाबाद की एक युवा विज्ञानी टीम प्रदर्शनी में खाद्य पदार्थों में मिलावट की पहचान और पानी की शुद्धता जांचने के आसान व वैज्ञानिक तरीके सिखाएगी।
यह आमजन के लिए विशेष रूप से उपयोगी होगा, क्योंकि इससे दैनिक जीवन से जुड़े स्वास्थ्य और सुरक्षा के मुद्दों पर वैज्ञानिक समझ विकसित होगी। क्षेत्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केंद्र ने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय तथा शहर के पांच निजी तकनीकी संस्थानों को भी प्रदर्शनी में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। उम्मीद है कि इन संस्थानों के छात्र अपने नवाचारी और उपयोगी विज्ञान माडल प्रस्तुत करेंगे, जो तकनीक का भविष्य दिखाएंगे।
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ग्रामीण नवाचारी भी किए जा रहे आमंत्रित
क्षेत्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी केंद्र ने इस बार ग्रामीण नवाचारियों को प्रदर्शनी मेें अवसर देने का निर्णय लिया है। इसके लिए उनकी सूची तैयार की जा रही है। कुछ चिन्हित नवाचारियों को आमंत्रित भी किया जा चुका है। वह नवाचारी जीवन में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने के लिए तैयार किए गए माडल का प्रदर्शन करेंगे।
महोत्सव समिति का पत्र मिलने के बाद हम लोगोें ने विज्ञान प्रदर्शनी को आकर्षक और उपयोगी बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। पूरी कोशिश है कि इस बार की प्रदर्शनी के जरिये लोगों को अधिक से अधिक विज्ञान का चमत्कार देखने को मिले। पहली बार विज्ञान प्रदर्शनी मेंं राकेट लांचिंग जैसे प्रयोग बच्चों की वैज्ञानिक सोच को नई उड़ान देंगे और आमजन को विज्ञान के नए-नए आविष्कारों की जानकारी देंगे।
-महादेव पांडेय, वैज्ञानिक अधिकारी, क्षेत्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी केंद्र, गोरखपुर।

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