Liquor Shop License E-Lottery: गोरखपुर में सात को मिला भाग्य का साथ, पांच पर नहीं था किसी दूसरे का दावा
गोरखपुर में आबकारी की 580 दुकानों के लिए ई-लाटरी में सात लोगों को भाग्य का साथ मिला जबकि पांच दुकानों के लिए सिर्फ एक-एक आवेदन होने से उनका दावा बिना किसी प्रतिस्पर्धा के स्वीकार कर लिया गया। 15 हजार से अधिक आवेदकों में से 14 हजार से अधिक को निराशा हाथ लगी। इस खबर में विस्तृत जानकारी और रोमांचक घटनाओं का वर्णन है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। आबकारी की 580 दुकानों के लिए गुरुवार को गोरखपुर क्लब में ई लाटरी निकाली गई। इस बार 250 से अधिक नए चेहरों को दुकानेंं मिली है। वहीं पांच दुकानों के लिए सिर्फ एक-एक लोगों ने आवेदन किया था। किसी दूसरे का दावा नहीं होने से लाटरी में उनका ही नाम निकला। वहीं सात दुकानों के लिए दो-दो लोगों ने आवेदन कर रखा था। इसलिए जिसका भाग्य साथ दिया, उसे दुकान मिल गई।
इसके अलावा आवेदन करने वाले 15 हजार 342 में से 14 हजार 762 लोगों को मायूसी झेलनी पड़ी। लाटरी में नाम नहीं होने से उनका आवेदन शुल्क भी जब्त हो गया। यह कार्यक्रम प्रमुख सचिव आबकारी एमपी अग्रवाल की देखरेख में हुआ।
तय समय पर दो बजे जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश की अध्यक्षता में बनी समिति ने पहले डेमो देकर आवेदकों को ई लाटरी विधि की प्रक्रियाओं के बारे में बताया। इसके बाद एक-एक कर नगर निगम, नगर पंचायत और ग्रामीण क्षेत्र की दुकानों के आवंटन के लिए लाटरी की प्रक्रिया शुरू हुई, तो आवेदकों की धड़कने भी बढ़ने लगी। हालांकि इस बार पुराने के साथ नये आवेदकों के आने से उत्साह भी चरम था।
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सभी अपनी-अपनी लाटरी निकलने का इंतजार करने लगे। जैसे-जैसे लाटरी निकल रही थी और स्क्रीन पर विजेताओं के नाम घोषित हो रहे थे। वैसे-वैसे किसी के चेहरे पर खुशी तो किसी पर मायूसी दिख रही थी। करीब ढाई घंटे तक चली ई लाटरी प्रक्रिया के समाप्त होने पर अधिकारियों ने भी राहत की सांस ली।
आबकारी की दुकानों की निकाली जा रही ई लाटरी के दौरान आवेदकों की भीड़। जागरण
प्रमुख सचिव आबकारी एमपी अग्रवाल ने कार्यक्रम संपन्न की घोषणा की और आगे की प्रक्रिया को तय समय पर पूरा करने के लिए आवेदकों से कहा। इस मौके पर एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर, जिला आबकारी अधिकारी महेंद्र नाथ सिंह समेत अन्य मौजूद रहे।
इन दुकानों के लिए एक व यहां पड़े थे दो आवेदन
आबकारी विभाग द्वारा जारी आवेदन सूची के अनुसार घोष कंपनी, गीरधरगंज, गोला बाजार, केशवपुर और जंगल चौरी पर स्थित आबकारी की दुकान के लिए सिर्फ एक-एक आवेदन पड़े थे। वहीं बड़हलगंज, बाथ बुजुर्ग, चार फाटक, खरैया पोखरा बशारतपुर, मछरिया घाट, महुअवा, रसूलपुर चकिया स्थित दुकानों के लिए दो-दो आवेदन पड़े थे।
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देसी के लिए पड़े थे आठ हजार 173 आवेदन
जिले में आबकारी की 580 दुकानों में देसी की 342 दुकानेंं हैं। इसके लिए सबसे अधिक आठ हजार 173 लोगों ने आवेदन किया था। इसके बाद कंपोजिट (अंग्रेजी व बीयर) 211 दुकानों के लिए छह हजार 505, माडल शाप की 13 दुकानों के लिए 546 और भाग की 14 दुकानों के लिए 64 लोगों ने आवेदन किया था।
तय समय पर जमा करना होगा फीस
जिला आबकारी अधिकारी महेंद्र नाथ सिंह ने कहा कि ई लाटरी के माध्यम से जिन आवेदकों को दुकानेंं मिली हैं। उन्हें तय समय के अंदर फीस समेत अन्य कागजात जमा करने होंगे। ऐसा नहीं होने पर नियमानुसार उन्हें आवंटित दुकान को रद्द करते हुए दोबारा से आवेदन मांगकर ई लाटरी निकाली जाएगी।
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