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    Gita Press: गीता प्रेस में हाथ से नहीं, अब मशीन से बनेगा केस; बढ़ेगा 30 प्रतिशत उत्पादन

    Updated: Thu, 06 Mar 2025 08:25 PM (IST)

    गीताप्रेस में पहली बार केसमेकिंग मशीन लगने जा रही है। इससे उत्पादन में 30 प्रतिशत तक की वृद्धि होगी। अभी तक हाथ से केस बनाया जाता था लेकिन अब चीन की एक कंपनी ने गीताप्रेस की भावनाओं के मुताबिक केसमेकिंग मशीन तैयार कर दी है। उसमें सिंथेटिक गोद का उपयोग हो सकेगा। ट्रायल के बाद कंपनी को मशीन का आर्डर भेज दिया गया है।

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    गीताप्रेस में केसमेकिंग मशीन लगने वाली है। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गीताप्रेस में सौ वर्षों में पहली बार केसमेकिंग मशीन लगने जा रही है। अभी तक हाथ से केस (जिल्द) बनाया जाता है। क्योंकि अभी तक ऐसी कोई केसमेकिंग मशीन उपलब्ध नहीं थी, जिसमें सिंथेटिक ग्लू (गोद) का प्रयोग हो सके। जो भी मशीनें उपलब्ध थीं, उनमें पशुओं की चर्बीयुक्त गोद का उपयोग होता था। यह गीताप्रेस की मूल भावना के विरुद्ध था, इसलिए अब तक हाथ से केस तैयार किया जाता रहा।

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    अब चीन की एक कंपनी ने गीताप्रेस की भावनाओं के मुताबिक केसमेकिंग मशीन तैयार कर दी है। उसमें सिंथेटिक गोद का उपयोग हो सकेगा। ट्रायल के बाद कंपनी को मशीन का आर्डर भेज दिया गया है। 65 लाख रुपये की यह मशीन अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक आने की संभावना है।

    प्रबंधन के अनुसार मशीन आ जाने से लगभग 30 प्रतिशत उत्पादन बढ़ सकेगा, इससे पाठकों की मांग पूरी की जा सकेगी। अभी गीताप्रेस में मांग के सापेक्ष 30 प्रतिशत उत्पादन कम हो पाता है। गीताप्रेस धार्मिक पुस्तकें प्रकाशित करता है।

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    किसी धर्मप्राण व्यक्ति की आस्था को ठेस न लगे, इसलिए पुस्तकों की शुचिता व शुद्धता पर पूरा ध्यान दिया जाता है। यही कारण है कि आज तक केसमेकिंग मशीन नहीं लगाई जा सकी। 80 लोग हाथ केस बनाते थे और 80 लोग बाइंडिंग करते थे।

    गीता प्रेस। जागरण (फाइल फोटो)


    अब पांच लोेग मशीन से केस बनाएंगे, शेष 75 लोग बाइंडिंग में सहयोग करेंगे। अब रोज लगभग 30 हजार केस तैयार हो सकेंगे और इतनी ही पुस्तकों की बाइंडिंग हो सकेगी। पहले यह संख्या लगभग 20 हजार होती थी।

    अगले चरण में मंगाई जाएगी बाइंडिंग मशीन

    केसमेकिंग मशीन आ जाने के बाद अगले चरण में बाइंडिंग मशीन मंगाई जाएगी। इससे उत्पादन और बढ़ जाएगा। यह मशीन दक्षिण भारत से ही मंगाई जाएगी। इसकी कीमत 12 लाख से लेकर लगभग 25 लाख रुपये तक है। इसे मंगाने पर विचार चल रहा है।

    नेपाली में प्रकाशित हो रहीं दो पुस्तकें

    गीताप्रेस ने नेपाली भाषा में पुस्तकों के प्रकाशन की गति बढ़ा दी है। श्रीरामचरितमानस सटीक व भागवत सुधा सागर का प्रकाशन नेपाली भाषा में शुरू हो चुका है। इसी माह यह पुस्तक पाठकों के हाथ पहुंच जाएगी। अब तक 50 से अधिक पुस्तकें नेपाली भाषा में प्रकाशित की जा चुकी हैं।

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    जहां भी टेक्नोलाजी की आवश्यकता है और वह हमारी पहुंच में है तो हम उसे लाने की कोशिश करते हैं। केसमेकिंग मशीन की बहुत ज्यादा आवश्यकता थी। लेकिन कोई मशीन हमारे मापदंडों पर खरी नहीं उतर रही थी। चीन की एक कंपनी ने हमारी भावनाओं के अनुरूप मशीन बनाई है, उसे मंगाने के लिए आर्डर भेज दिया गया है। अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक आने की उम्मीद है। -देवी दयाल अग्रवाल, ट्रस्टी गीताप्रेस

    केसमेकिंग के अलावा मंगाई जाएंगी चार और मशीनें

    समय के साथ गीताप्रेस ने कदमताल करना शुरू कर दिया है। पुरानी मशीनों को हटाकर अत्याधुनिक मशीनें लगाई जा रही हैं। पिछले माह गेदरिंग मशीन आ चुकी है। अगले माह केसमेकिंग मशीन आने की संभावना है। इसके अलावा लेमिनेशन, स्रिंकपैक, केसिंग इन, हेड एंड टेल, कांपैक्ट मशीनें भी मंगाई जा रही हैं।