Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    गोरखपुर में पशु तस्करों के संगठित गिरोह पर बड़ी कार्रवाई, आठ पर गैंगस्टर एक्ट

    Updated: Sat, 27 Dec 2025 11:55 AM (IST)

    गोरखपुर पुलिस ने पशु तस्करों के संगठित गिरोह पर बड़ी कार्रवाई की है। शाहपुर पुलिस ने आठ तस्करों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। गिरोह का ...और पढ़ें

    Hero Image

    बिहार से जुड़े तस्करों पर बड़ी कार्रवाई, संपत्ति कुर्क करने की तैयारी। सांकेतिक तस्वीर

    जागरण संवाददाता,गोरखपुर। पशु तस्करों के संगठित गिरोह पर शाहपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है।गिरोह से जुड़े आठ तस्करों पनर थानेदार ने गुरुवार को गैंग्सटर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया।पुलिस के अनुसार, यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और संगठित तरीके से पशु तस्करी के साथ-साथ पुलिस पर जानलेवा हमलों जैसी गंभीर घटनाओं में भी शामिल रहा है।छह आरोपित इस समय जेल में है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सीओ गोरखनाथ रवि कुमार सिंह ने बताया कि गिरोह का सरगना अनूप यादव है जाे गुलरिहा के हरसेवकपुर नंबर दो टोला दहला का रहने वाला है।उसके विरुद्ध कुल 36 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। अनूप यादव दो बार पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने के बाद भी अपराध की दुनिया से बाहर नहीं आया और गिरोह का संचालन करता रहा।

    पुलिस के अनुसार, उसी के इशारे पर पशुओं की अवैध ढुलाई, सीमावर्ती इलाकों में तस्करी और विरोध करने पर पुलिस टीमों पर हमले किए जाते थे।गैंग्सटर की कार्रवाई की जद में आए अन्य आरोपितों में बिहार, कुशीनगर और गोरखपुर के तस्कर शामिल हैं।इसमें पश्चिमी चंपारण (बिहार) के धनहा स्थित तम्कुहा के साहब अंसारी,रोजीद अंसारी,सुलेमान गद्दी,गुलरिहा के दहला टोला में रहने वाले सतीश यादव उर्फ लोढ़ी,शोलू यादव उर्फ सोनू यादव उर्फ वीरेन्द्र यादव, कुशीनगर जिले के पड़रौना कोतवाली स्थित जंगल हनुमानगंज के खुर्शीद अंसारी और पटहेरवा के बनबीरपुर,बसहियां में रहने वाले परवेज आलम शामिल हैं।

    यह भी पढ़ें- गोरखपुर: पत्नी की हत्या कर शव दफनाने वाला पति गिरफ्तार, मोबाइल विवाद बना मौत का कारण

    पुलिस के अनुसार, खुर्शीद अंसारी और परवेज आलम फिलहाल फरार हैं, जबकि शेष सभी आरोपित जेल में बंद हैं।सीओ ने बताया कि जिलाधिकारी के अनुमोदन पर थानेदार ने मुकदमा दर्ज कराया है।आरोपितों की चल-अचल संपत्ति का विवरण जुटाकर कुर्की की कार्रवाई की जाएगी, ताकि पशु तस्करी के इस संगठित नेटवर्क की आर्थिक कमर तोड़ी जा सके।