Gorakhpur Flood Alert: तेजी से बढ़ रहा राप्ती-रोहिन का जलस्तर, मंडरा रहा बाढ़ का खतरा
गोरखपुर में सरयू राप्ती और रोहिन नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है जिससे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। रोहिन नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कमिश्नर और डीएम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए। निचले इलाकों में चिंता बढ़ गई है और प्रशासन ने राहत-बचाव दलों को अलर्ट पर रखा है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखपुर की तीनों प्रमुख नदियों सरयू, राप्ती और रोहिन का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। सबसे चिंताजनक स्थिति रोहिन नदी की है, जो त्रिमुहानी घाट पर खतरे के निशान से 62 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। बीते 24 घंटे में इसमें 66 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है। रोहिन के तेज बहाव से कैम्पियरगंज से लेकर डोमिनगढ़ तक बाढ़ का संकट मंडराने लगा है।
राप्ती नदी भी लगातार उफान पर है। बर्डघाट में यह खतरे के निशान से केवल 35 सेंटीमीटर नीचे रह गई है। 24 घंटे के भीतर राप्ती का जलस्तर 48 सेंटीमीटर बढ़ा है। इससे डोमिनगढ़, उत्तरासोत और जंगल कौड़िया जैसे शहर से सटे इलाकों में खतरा बढ़ गया है।
प्रशासनिक अमले की सक्रियता भी बढ़ी है। कमिश्नर अनिल ढींगरा और डीएम दीपक मीणा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और सिंचाई विभाग को बाढ़ से बचाव के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए।
मण्डलायुक्त अनिल ढींगरा ने जिलाधिकारी दीपक मीणा के साथ ग्राम उत्तरासोत में राप्ती नदी द्वारा हो रहे कटान के दृष्टिगत सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया गया एवं संबंधित को आवश्यक निर्देश दिए गए।
उन्होंने संबंधित जिलों के एसडीएम और तहसीलदार को भी नदियों के जलस्तर पर नजर बनाए रखने के साथ यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है, कहीं कटान न हो। उत्तरासोत में राप्ती नदी के बढ़े जलस्तर से कटान होने की सूचना पर दोनों अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति की जानकारी ली और कटान रोकने को लेकर प्रभारी कार्रवाई करने को कहा।
यह भी पढ़ें- गोरखपुर-लखनऊ हाईवे पर एलिवेटेड फ्लाईओवर पर बनेगी 11-11 मीटर चौड़ी सर्विसलेन, उद्यमियों के लिए खुशखबरी
हालांकि गंगा नदी में फिलहाल जलस्तर घट रहा है, लेकिन सरयू अब भी रफ्तार पकड़े हुए है। अयोध्या में सरयू नदी खतरे के निशान से सात सेंटीमीटर ऊपर और तुर्तीपार में 30 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। यहां बीते 24 घंटे में जलस्तर में 15 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई।
जलस्तर की इस तेजी ने निचले इलाकों के लोगों की चिंता बढ़ा दी है। प्रशासन ने राहत-बचाव दलों को अलर्ट मोड पर रखा है और गांवों में चौकसी बढ़ा दी गई है। स्थानीय निवासियों को सतर्क रहने तथा जरूरत पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।