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    गोरखपुर कांशीराम आवास में वृद्ध महिला की मौत, बेटी ने आने से किया मना

    Updated: Fri, 05 Dec 2025 08:38 AM (IST)

    गोरखपुर के कांशीराम आवास में एक वृद्ध महिला का निधन हो गया। पड़ोसियों ने उनकी बेटी को सूचित किया, लेकिन बेटी ने अंतिम संस्कार के लिए आने से इनकार कर द ...और पढ़ें

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    तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण

    जागरण संवाददाता, सहजनवां। कांशीराम आवास योजना के तहत बने आवास में गुरुवार की शाम संदिग्ध परिस्थिति में महिला की मौत हो गई। पड़ोसियों महिला की बेटी के पास फोन कर घटना की जानकारी दी तो उसने आने से इंकार कर दिया। मौके पर पहुंची सजनवां पुलिस दरवाजा खोलकर अंदर पहुंची तो मच्छरदानी के अंदर महिला का शव बिस्तर पर मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

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    महिला की पहचान हीरावती दुबे के रूप में हुई। वह घर पर अकेले रहती थी। तीन वर्ष पहले तत्कालीन एसडीएम सहजनवां ने उन्हें आवास आवंटित किया था। इसके बाद से वह गुमटी में सामान बेचकर जीविकोपार्जन कर रही थी। पड़ोसियों के अनुसार शाम को महिला के कमरे का दरवाजा खुला देख आवाज लगाई, लेकिन कोई उत्तर न मिलने पर अंदर गए। वहां हीरावती बिस्तर पर मृत पड़ी थीं।

    तत्काल पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने महिला के बारे में जानकारी जुटायी। इसके बाद बेटी का मोबाइल नंबर लेकर फोन किया तो आने से मना कर दिया। अज्ञात के रुप में अंतिम संस्कार करने की बात कहते फोन काट दिया। इसके बाद से उसका मोबाइल फोन बंद हो गया।

    थाना प्रभारी महेश चौबे ने बताया कि महिला की पहचान हो गई है। लेकिन, स्थायी पता स्पष्ट नहीं हो पाया। बेटी के आने से इनकार करने पर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। मौत कैसे हुई रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट होगा। आगे की जांच चल रही है।

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    ज्ञात-अज्ञात में फंसी रही पुलिस
    बेटी के आने से मना करने पर पुलिस घंटो कानूनी दांवपेंच में फंसी रही। पुलिस को महिला का नाम तो मिल गया था, लेकिन स्थायी पता और किसी स्वजन व रिश्तेदार के नहीं आने पर पुलिस इस असमंजस में पड़ी रही कि शव को ज्ञात में भेजा जाए या अज्ञात में। अंत में शव को ज्ञात में भेजकर पुलिस पोस्टमार्टम की कार्रवााई में जुटी है।

    उधर, पड़ोसियों का कहना है कि महिला का पति सहजनवा में किसी सरकारी विभाग में कर्मचारी थे। दो दशक पहले वह पत्नी और बच्चों के साथ आए और यहीं रहने लगे। लेकिन महिला के व्यवहार से परेशान पति और बच्चों ने घर से निकाल दिया। साथ ही महिला को छोड़कर सहजनवा से चले भी गए। इसके बाद वह सहजनवा में ही अकेले ही रहती थीं।