Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गोरखपुर में बोले उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, सपनों से निकलता है सिद्धि का रास्ता

    Updated: Wed, 10 Dec 2025 01:14 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में राज्यपाल ने कहा कि सपनों से ही सिद्धि का रास्ता निकलता है। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि अपने लक्ष्यों को प्र ...और पढ़ें

    Hero Image

    उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह और सीएम योगी। फोटो- वीडियो ग्रैब

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थापक सप्ताह समारोह के मुख्य महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने कहा कि सिद्धि का रास्ता हमेशा सपनों से होकर गुजरता है। इसलिए सपने देखें वह भी खुली आंखों से। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप का जीवन साहस, पराक्रम और आत्मसम्मान का प्रेरक प्रतीक है। युवाओं को उससे सीख लेने चाहिए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    राज्यपाल ने कहा कि प्रतियोगिता स्वयं को निखारने का सर्वोत्तम माध्यम है। जब तक आप ‘इन’ नहीं होंगे, तब तक ‘विन’ नहीं होंगे। राज्यपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कठोर और निर्णायक कदमों के कारण ही प्रदेश माफिया, अपराध और गुंडाराज से मुक्त हुआ है। गोरखपुर को उन्होंने धर्म, संस्कार, साधना और देशभक्ति की धुरी बताया। कहा कि 21वीं सदी हमारे सामने नई चुनौतियों के साथ खड़ी है।

    कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग, स्पेस, साइबर और नैनोटेक्नोलाजी तेजी से भविष्य का स्वरूप बदल रही हैं, इसलिए सोच और दृष्टिकोण दोनों को बदलना होगा। रेयर अर्थ और क्रिटिकल मटेरियल जैसे विषय अब वैश्विक महत्व के केंद्र में हैं।

    गुरमीत सिंह ने गुरु नानक देव जी के ‘एक ओंकार’ का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत की सबसे बड़ी शक्ति उसकी एकता है। विविधताओं में निहित भारतीयता ही हमारी पहचान है। उन्होंने युवाओं से कहा कि लीडर वही बनता है जो सबके थक जाने के बाद ‘एक अतिरिक्त घंटे’ का पुरुषार्थ करे। बिना कठिन परिश्रम और निष्ठा के कुछ भी संभव नहीं।

    यह भी पढ़ें- MP शिक्षा परिषद संस्थापक सप्ताह समारोह: CM योगी ने युवाओं को दी नसीहत, 'ड्रग और स्मार्टफोन के नशे से बचने की जरूरत'

    राज्यपाल ने महायोगी गुरु गोरखनाथ, महंत दिग्विजयनाथ, महंत अवैद्यनाथ और वर्तमान पीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ के जनसेवा कार्यों को नमन किया। कहा कि उनकी तपस्या और सेवा भाव ने सनातन चेतना को जन-जन तक पहुंचाया है। उनका संपूर्ण जीवन ‘सब कुछ तेरा’ की भावना को समर्पित रहा है।