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    गोरखपुर में जमीन दिलाने के नाम पर डॉक्टर से 71 लाख की ठगी, रकम वापस मांगने पर मिली जान से मारने की धमकी

    Updated: Mon, 15 Dec 2025 02:31 PM (IST)

    गोरखपुर में एक डॉक्टर से जमीन दिलाने के नाम पर 71 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरोप है कि रकम वापस मांगने पर डॉक्टर को जान से मारने की धमकी ...और पढ़ें

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    प्रतीकात्मक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में तैनात डॉक्टर से भूमि के नाम पर 71.22 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। खुद को हॉस्पिटल संचालक बताने वाले व्यक्ति ने अपने रिश्तेदारों और सहयोगियों के साथ मिलकर पहले डॉक्टर को विश्वास में लिया, फिर कूटरचित दस्तावेजों के सहारे रुपये हड़प लिए।

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    बैनामा न होने पर जब डॉक्टर ने रुपये वापस मांगे तो आरोपितों ने जान से मारने की धमकी देनी शुरू कर दी। गुलरिहा पुलिस ने पांच आरोपितों पर जालसाजी, कूटरचना और आपराधिक धमकी का मुकदमा दर्ज किया है।

    बीआरडी मेडिकल कॉलेज के जनरल सर्जन डॉ. दुर्गेश त्रिपाठी मोगलहा स्थित जेमिनी पैराडाइज में रहते हैं। गुलरिहा पुलिस को बताया कि उनकी मुलाकात कुशीनगर जिले के अहिरौली थाना क्षेत्र के सुक्खड़ निवासी मनोज यादव से हुई थी।

    मनोज ने खुद को करीमनगर स्थित आर्शिया हॉस्पिटल का संचालक बताया और बड़े प्रभावशाली अंदाज में भूमि व निवेश की बातें कर भरोसा जीत लिया। इसके बाद उसने पिपराइच के गढ़वा गांव में 27 डिसमिल भूमि अपनी बताते हुए सौदा तय कराया।

    वर्ष 2024 में मनोज यादव ने 30 लाख रुपये एडवांस ले लिए और बाद में पता चला कि जिस भूमि का एग्रीमेंट कराया गया, वह किसी और की थी। इसके कुछ समय बाद मनोज यादव ने एक और भूमि का सौदा कराया। इस बार चिलुआताल क्षेत्र के फत्तेपुर स्थित सात डिसमिल भूमि को अपनी दादी के ससुराल की बताते हुए नेहा यादव और लालसा यादव के नाम से दिखाया गया।

    इस भूमि का सौदा 1.80 करोड़ रुपये में तय कराया गया। पीड़ित चिकित्सक ने भरोसा कर 24 लाख रुपये नकद दिए, जबकि नेहा यादव, लालसा यादव और शिरीष मिश्रा के खातों में भी रकम ट्रांसफर की गई। इसके अलावा वेंडर कमलेश यादव को भी भुगतान किया गया।

    आरोपितों ने उनसे कुल 76.22 लाख रुपये ले लिए। तय समय गुजरने के बावजूद कोई बैनामा नहीं कराया गया। लगातार दबाव बनाने पर 28 जनवरी 2025 को मनोज यादव ने 54 लाख रुपये का चेक दिया, जिसे बैंक में लगाने पर बाउंस हो गया। इसके बाद जब डॉ. दुर्गेश त्रिपाठी ने अपनी रकम वापस मांगनी शुरू की तो आरोपितों ने धमकी देना शुरू कर दिया।

    प्रभारी निरीक्षक गुलरिहा विजय प्रताप सिंह ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर मनोज यादव समेत पांच नामजद आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। भूमि से जुड़े दस्तावेजों, बैंक लेनदेन और अन्य साक्ष्यों की गहन जांच की जा रही है। साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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