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    Gorakhpur Cold: चार साल बाद मिला मौसम का साथ, बढ़ा गर्म कपड़ों का बाजार

    Updated: Thu, 25 Dec 2025 10:43 AM (IST)

    गोरखपुर में चार साल बाद मौसम का साथ मिलने से गर्म कपड़ों का बाजार बढ़ गया है। ठंड बढ़ने से व्यापारियों में खुशी है और ग्राहकों को भी राहत मिली है। इस ...और पढ़ें

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    कचहरी क्लब में आयोजित कश्मीरी मार्केट में खरीदारी करती ग्राहक। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। चार साल के बाद ऐसा मौसम आया है। नवंबर से ही कोहरा पड़ने लगा है। अब जाकर लगा है कि ठंड आ गई है। इसका असर हमारे कारोबार अच्छा है। ग्राहकों की संख्या बढ़ी है। इससे कचहरी क्लब टाउनहाल मैदान में लगे तिब्बती बाजार में गर्म कपड़ों की दुकान संचालित करने वाले देहरादून के छवांग काफी खुश हैं।

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    वह कहते हैं कि यदि इसी तरह से ठंड पड़ी तो इस बार फरवरी तक कोई आइटम नहीं बचेगा। बुधवार को बाजार में रौनक रही। जैकेट, ब्लेजर, स्वेटर, स्वेट शर्ट, शाल्, स्टाल, और कार्डिगन खरीदने के लिए लोग खूब पहुंचे। दुकानदारों ने बताया कि गर्म कपड़ों का बाजार पूरी तरह से ठंड पर निर्भर है। इसलिए विक्रेता काफी प्रसन्न हैं।

    तिब्बती मार्केट में लगभग 60 दुकानें लगी हैं। सर्दी बढ़ने के साथ ही इन पर ग्राहकों की भीड़ बढ़ गई है। दुकानदारों का कहना है कि इस बार लंबे जैकेट की मांग अधिक है। महिलाओं से लेकर पुरुषों तक में इनकी मांग है। कुछ लोग ऐसे जैकेट खरीद रहे हैं जो यूनिसेक्स हैं। देहरादून के रहने वाले टैपा ने बताया कि जैकेट और स्वेटर ज्यादा बिक रहे हैं। बच्चों के लिए बाबा सूट ग्राहक ले जा रहे हैं।

    उन्होंने बताया कि पहाड़ और मैदान का पहनावा भिन्न होता है। इन दुकानों को लगाने के लिए लगभग आठ माह तक तैयारी की जाती है। नेपाल के काठमांडू, दिल्ली, कोलकाता सहित अन्य शहरों से नए फैशन और मांग को देखते हुए गर्म कपड़ों को बाजार में सजाया जाता है। 12 फरवरी 26 तक दुकानें लगेंगी, लेकिन ऐसे ही मौसम रहा तो स्टाक खप जाएगा।

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    विक्रेता लेपसंग ने बताया कि लगभग साढ़े चार सौ से लेकर चार हजार तक के गर्म कपड़े उपलब्ध हैं। ब्रांडेड कंपनियों और अन्य बाजारों की तुलना में ऐसे उत्पाद चुने जाते हैं जिससे विश्वसनीयता बनी रहे। क्योंकि देशभर के लगभग सवा दो सौ शहरों में ऐसे बाजार लगते हैं। हमारा ट्रेड एसोसिएशन इसकी निगरानी करता है। एक अन्य विक्रेता क्यूनछो ने कहा कि यहां पर तिब्बती बाजार लगते हुए तीन दशक से अधिक का समय हो गया है। कपड़ों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाता है।

    टाउनहाल मैदान के दूसरे हिस्से में कश्मीरी मार्केट भी सजा है। यहां कश्मीर में बने गर्म कपड़ों की बिक्री हो रही है। बुधवार को बाजार में काफी भीड़ रही। बच्चों के लिए हेडफोन टोपी खरीदने वाले मोलभाव करते नजर आए। विक्रेताओं ने कहा कि साढ़े तीन सौ से कम दाम नहीं मिल पाएगा।

    शूट, शाल, स्टाल सहित अन्य कपड़ों को खरीदने के लिए ग्राहक पहुंचे। यहां महिलाओं और बच्चों के लिए दो सौ से लेकर पांच सौ तक कीमत के गर्म कपड़े उपलब्ध है। मोलभाव करने पर दुकानदार दाम कम करने को तैयार नहीं हो रहे हैं।