गोरखपुर में ABC सेंटर शुरू, पकड़े जाने लगे कुत्ते; लोगों को मिलेगी राहत
गोरखपुर में एनिमल बर्थ कंट्रोल (ABC) सेंटर शुरू हो गया है। नगर निगम की टीम ने कुत्तों को पकड़ना शुरू कर दिया है, जिससे शहरवासियों को आवारा कुत्तों से होने वाली परेशानियों से राहत मिलेगी। इस सेंटर में कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध है। यह कदम शहर में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या को नियंत्रित करने में सहायक होगा।

पिछले दो महीने से बंद था कुत्तों को पकड़ने का काम। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। शहरवासियों के लिए राहत की खबर है। पिछले करीब दो महीने से बंद पड़ा गुलरिहा का एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) सेंटर फिर से शुरू हो गया है। पुरानी फर्म द्वारा काम छोड़ने के कारण दो महीने से शहर में आवारा कुत्तों को पकड़ने का काम ठप था, जिससे कुत्तों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा था। नगर निगम के प्रयासों से अब नई एजेंसी ने काम संभाल लिया है और सोमवार से कुत्तों को पकड़ने का अभियान शुरू कर दिया गया है। पहले दिन ही शहर के विभिन्न इलाकों से तीन कुत्ते पकड़े गए हैं।
लगातार आ रहे हैं कुत्तों के काटने के मामले
शहर में कुत्तों के काटने की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हुई है, इससे लोगों में भय का माहौल बना रहता है। शायद ही कोई दिन ऐसा हो, जिस दिन कुत्तों के द्वारा काटने की घटना नहीं होती हो। अक्टूबर महीने में ही, एक दो साल के बच्चे पर कुत्तों ने हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था। जिला अस्पताल में हर दिन बड़ी संख्या में लोग रेबीज का टीका लगवाने पहुंच रहे थे।
बीते कई वर्षों के शहर के दौरान शहर में कुत्तों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। एक अनुमान के अनुसार शहर में आवारा कुत्तों की संख्या 60 हजार से भी ज्यादा है। आवारा कुत्तों के मामले में शासन से भी जवाब तलब किया गया था। इन सभी चीजों की वजह से नगर निगम प्रशासन पर दबाव बना हुआ था, जिसके बाद नई एजेंसी को नियुक्त करने की प्रक्रिया में तेजी लाई गई।
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पीलीभीत की फर्म ने संभाला जिम्मा
एबीसी सेंटर के संचालन का जिम्मा अब पीलीभीत की 'सोसाइटी फार ह्यूमन एंड एनिमल वेलफेयर' नामक फर्म को सौंपा गया है। नगर निगम द्वारा टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के बाद फर्म को वर्क आर्डर जारी किया गया है। फर्म के पास नसबंदी के साथ-साथ रेबीज-रोधी टीकाकरण का काम भी होगा। सोमवार से फर्म ने कुत्तों को पकड़ने का काम शुरू कर दिया है।
नगर निगम के मुख्य पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डा. रोबिन चंद्रा ने कहा कि नगर निगम के इस कदम से उम्मीद है कि आने वाले समय में शहर में आवारा कुत्तों की संख्या नियंत्रित होगी और नागरिकों को आतंक से राहत मिलेगी। केंद्र सरकार की 2030 तक देश को रेबीज मुक्त करने की योजना है।
कुत्तों को पकड़ने के लिए इन नंबर पर कर सकते हैं फोन
1533, 8810709390, 8810709375

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