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    नेपाल से जालंधर तक फैला है सोना तस्करी का जाल, व्यापारियों को भुगतान के रूप में दी जाती हैं सोने की छड़ेंं

    By Pradeep SrivastavaEdited By:
    Updated: Sun, 04 Oct 2020 11:29 PM (IST)

    सोना तस्‍करों के तार नेपाल से जालंधर तक फैले हैं। आभूषण बना कर सप्लाई करने के लिए जालंधर आगरा व मथुरा के आने वाले व्यापारियों को भुगतान के रूप में सोने की छड़ दी जाती है। वह कुल भुगतान का 20 फीसद नकदी लेते हैं।

    सोना तस्‍करों का जाल नेपाल से लेकर जालंधर तक फैला है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

    सिद्धार्थनगर, जेएनएन। नेपाल में तीन दिन पहले तस्करी का आधा किलो सोना पकड़े जाने के बाद एक बार फिर सिंडीकेट चर्चा में आ गया है। इनके तार जालंधर तक फैले हैं। आभूषण बना कर सप्लाई करने के लिए जालंधर, आगरा व मथुरा के आने वाले व्यापारियों को भुगतान के रूप में सोने की छड़ दी जाती है। वह कुल भुगतान का 20 फीसद नकदी लेते हैं। सिंडीकेट के खिलाड़ी दोनों देश के वजन में अंतर से पैसा कमा रहे हैं। 

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    नेपाल से सोना की तस्करी अर्से से चल रहा है। दोनों देश का भाव कमोबेश एक रहता है, लेकिन वजन के खेल में तस्कर अपनी चांदी काट रहे हैं। भारत में एक तोला सोना का वजन दस ग्राम है तो नेपाल में यह 11.664 ग्राम। इस 1.664 ग्राम का लाभ लेेने के लिए पीली धातु का कस्टम नहीं कराया जाता है। यही इनका लाभ है। सिंडीकेट का नेटवर्क फैला हुआ है। व्यापारी अपनी लग्जरी गाड़ी से कारोबारी को सोना देते जाते हैं। धंधे में कहीं कोई रोकटोक व जांच नहीं होती है। 

    केस एक : बीते 28 सितंबर को मथुरा निवासी सर्राफा व्यवसायी संजय मारवाड़ी व पुत्र चिराग की कार सिद्धार्थनगर से वापस लौटते समय आगरा से करीब 50 किमी पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गई। पुत्र की मौत व पिता गंभीर रूप से घायल हो गए। कार में करीब एक किलो सोना की छड़ बरामद हुई थी। 

    केस दो : 2019 मई में लोकसभा चुनाव के दौरान आगरा निवासी एक व्यापारी की कार झांसी में दुर्घटनाग्रस्त हुई थी। कार में सोने की सात छड़ बरामद होने के बाद वहां की पुलिस ने छानबीन की। जांच में सामने आया कि यह सोने की छड़ सिद्धार्थनगर मुख्यालय के एक व्यापारी ने दी थी। झांसी पुलिस ने एक नौगढ़ के एक व्यवसायी के यहां छापेमारी भी की थी।

    एसएसबी जवान सीमा पर चौकसी बरत रहे हैं। स्वर्ण व मादक पदार्थ की तस्करी को रोकने के लिए रणनीति बनाई गई है। ऐसे मामलों में एसएसबी त्वरित कार्रवाई करती है। सोना तस्करी से जुड़े मामलों को पकड़ने के लिए नेपाल की एजेंसी से समन्वय स्थापित किया जा रहा है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। - अमित कुमार सिंह, कमांडेंट एसएसबी 43वीं वाहिनी

    नेपाल में तस्करी का सोना पकड़े जाने की सूचना मिलने के बाद वहां की पुलिस से संपर्क किया गया है। नेपाल से मिले इनपुट पर काम किया जा रहा है। सोना तस्करी के नेटवर्क को तोड़ने के लिए टीम गठित की जाएगी। सीमा पर अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर काम किया जाएगा। - राम अभिलाष त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक।