सड़क पर गिरा पटाखा उठाना बच्ची को पड़ा भारी, एक झटके में उड़ गई हथेली
गोरखपुर के सहजनवां में एक बच्ची सड़क पर पड़ा पटाखा उठाने से गंभीर रूप से घायल हो गई। उसकी हथेली उड़ गई। दीपावली पर लापरवाही से कई अन्य लोग भी झुलसे, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। विशेषज्ञों ने इंटरनेट मीडिया से पटाखे बनाने के तरीके देखकर ऐसा करने से बचने की सलाह दी है।

पटाखों से झुलसकर सरकारी अस्पतालों में 69 रोगी पहुंचे, 11 गंभीर। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। सहजनवां के मलांव गांव में सड़क पर पटाखा पड़ा था। वह अंदर सुलग रहा था। सात साल की बच्ची ने उसे उठा लिया। पटाखा बच्ची के हाथ में फट गया। उसकी हथेली उड़ गई। केवल कनिष्ठा उंगली व अंगूठा बचा है। स्वजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। डाक्टरों ने बीआरडी मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया। वहां भर्ती कर उपचार किया जा रहा है।
बच्ची दरवाजे पर खेल रही थी। इसी बीच उसकी नजर सड़क पर पड़े पटाखे पर गई। उसने उसे उठा लिया, इसी बीच पटाखा फट गया। बच्ची भयभीत होकर गिर गई और चिल्लाने लगी। तत्काल स्वजन पहुंचे, देखा कि दाएं हाथ की कनिष्ठा अंगुली व अंगूठे के बीच हथेली व तीनों अंगुलियां गायब हैं। तत्काल उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंंचे।
दीया जलाते समय एक महिला की साड़ी दीये से सट गई और आग पकड़ ली। महिला के कमर से नीचे का हिस्सा झुलस गया है।उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। महराजगंज के पनियरा निवासी तीन वर्षीय मासूम के पिता दीपावली पर आतिशबाजी कर रहे थे। इस दौरान पटाखे की टोकरी से एक पटाखा लेकर मासूम मोमबत्ती के पास चला गया।
मोमबत्ती से पटाखा जलाने लगा, पटाखा उसके हाथ में फट गया। हथेली, पंजा व अंगुलियां गंभीर रूप से झुलस गई हैं। उसे मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया है। गगहा के 22 वर्षीय युवक के भी हाथ में पटाखा फट गया। मेडिकल कालेज में युवक की सोमवार को रात में ही सर्जरी करनी पड़ी।
उत्सव व उल्लास के त्योहार दीपावली पर लापरवाही से 69 लोग पटाखों व दीये से झुलस गए। स्वजन उन्हें लेकर सरकारी अस्पतालों में पहुंचे। 11 को भर्ती किया गया। इनमें से एक जिला अस्पताल व 10 बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती हैं। 28 लोग झुलसने के बाद जिला अस्पताल पहुंचे।
यह भी पढ़ें- UP के इस जिले में पटाखों ने बढ़ाया प्रदूषण, हवा में घुला जहर
सात गंभीर रूप से झुलसे थे, उन्हें बीआरडी मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। एक को भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। 20 का प्राथमिक उपचार कर घर भेज दिया गया। बीआरडी मेडिकल कालेज में 48 लोग पहुंचे, इसमें से सात जिला अस्पताल से रेफर किए गए लोग थे। 10 लोग गंभीर रूप से झुलसे हैं, उन्हें भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। शेष का प्राथमिक उपचार का घर भेज दिया गया।
इंटरनेट मीडिया पर वीडियो देखकर न बनाएं पटाखा
इंटरनेट मीडिया पर वीडियो देखकर पटाखा न बनाने की विशेषज्ञों ने सलाह दी है। दीपावली के दिन 16 वर्षीय किशोर यूट्यूब पर वीडियो देखकर बैलून गन बना रहा था। उसकी दायीं आंख झुलस गई। दिखाई नहीं दे रहा है। विशेषज्ञों ने बताया कि उसकी कार्निया खराब हो गई है, ट्रांसप्लांट करना पड़ेगा। इंटरनेट मीडिया पर वीडियो देखकर पटाखा बनाना या कोई खेल खेलना खतरे से खाली नहीं है। इससे आंख व जान दोनों जाने का खतरा है। इसलिए इससे बचें।
असावधानी की वजह से पटाखा व दीयों से झुलसे अनेक रोगी ट्रामा सेंटर में पहुंचे। सामान्य झुलसे लोगों को प्राथमिक उपचार देकर घर भेज दिया गया है। गंभीर रोगियों को विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है।
-डा. रामकुमार जायसवाल, प्राचार्य बीआरडी मेडिकल कालेज
जिला अस्पताल में 28 लोग पटाखों व दीयों से झुलकर पहुंचे। सात गंभीर रूप से घायल थे। उन्हें बीआरडी मेडिकल कालेज के लिए रेफर कर दिया गया। एक को भर्ती किया गया। शेष को प्राथमिक उपचार देकर घर भेज दिया गया है।
-डा. बीके सुमन, चिकित्सा अधीक्षक जिला अस्पताल
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।