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    UP के इस जिले में पटाखों ने बढ़ाया प्रदूषण, हवा में घुला जहर

    Updated: Thu, 23 Oct 2025 08:53 AM (IST)

    गोरखपुर में दीपावली के बाद पटाखों के कारण वायु गुणवत्ता बेहद खराब हो गई है, एक्यूआइ 331 तक पहुंच गया है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि बारिश न होने पर स्थिति और बिगड़ सकती है। प्रदूषण से आंखों, गले और फेफड़ों पर असर पड़ रहा है, खासकर सांस और हृदय रोगियों को खतरा है। मास्क पहनने और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

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    दीपावली के अवसर पर रोशनी से जगमग शहर -जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। दीपावली की रात धुएं और पटाखों की गंध में डूबी शहर की हवा अब लोगों की सेहत के लिए खतरा बन गई है। दीपोत्सव के दौरान हुई जमकर आतिशबाजी से शहर की वायु गुणवत्ता एकदम बिगड़ गई है। बुधवार की सुबह आठ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 331 दर्ज किया गया, जो बहुत अत्यंत खराब श्रेणी है। पर्यावरण विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि यदि वर्षा नहीं हुई, तो अगले दो दिनों तक हवा में घुले प्रदूषक और अधिक गंभीर स्तर पर पहुंच सकते हैं।

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    दीपावली से पहले रविवार को शहर की हवा अपेक्षाकृत बेहतर थी। उस दिन एक्यूआइ 110 रहा, जो माडरेट श्रेणी में था। सोमवार को दिन में एक्यूआइ 120 पर माडरेट दर्ज किया गया, लेकिन रात में आतिशबाजी के बाद मंगलवार को एक्यूआई 280 पर पहुंच गया। बुधवार की सुबह नौ बजे यह बढ़कर 319 तक आ गया, जो कि स्वास्थ्य के लिए अत्यंत खराब है।

    क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के विशेषज्ञों का कहना है कि पटाखों से निकलने वाले धूलकण, कार्बन, सल्फर डाइआक्साइड और नाइट्रोजन आक्साइड जैसे तत्व हवा में घुलकर उसे प्रदूषित कर रहे हैं। ये कण आंखों, गले, और फेफड़ों पर सीधा असर डालते हैं। सांस की बीमारी, अस्थमा और हृदय रोग से पीड़ित लोगों के लिए यह स्थिति खतरनाक हो सकती है।

    जिला अस्पताल में हृदय विभाग के चिकित्सक डा. रोहित गुप्ता ने बताया कि प्रदूषण से बचाव के लिए मास्क पहनकर निकलना बेहतर होगा। हृदय, सांस के रोगी और बुजुर्ग सावधानी बरतें। दीपावली के बाद हर वर्ष वायु गुणवत्ता पर प्रतिकूल असर दिखाई पड़ता है। एमएमयूटी में सिविल इंजीनियरिंग विभाग के आचार्य एवं पर्यावरणविद प्रो. गोविंद पांडेय ने कहा कि दीपावली पर लोगों को पटाखा जलाने में संयम बरतना चाहिए था। अत्यधिक पटाखा जलाने से हवा में भारी मात्रा में सूक्ष्म धूलकण फैल गए हैं। इस वजह से एक्यूआइ प्रभावित हुआ है।

    वर्ष  एक्यूआइ  स्थिति
    2021 372  अत्यंत खराब
    2022 250  खराब
    2023 300  अत्यंत खराब
    2024 272  खराब
    2025 331  अत्यंत खराब

    वायु गुणवत्ता

    एक्यूआइ  संकेतक
    0- 50  अच्छा
    51- 100  संतोषजनक
    101- 200  माडरेट
    201- 300  खराब
    400  अधिक गंभीर