गोरखपुर के नए नगर आयुक्त बने गौरव सिंह सोगरवाल, कोरोना काल में बेहतर कार्यों से जीत चुके हैं शहरवासियों का दिल
आइएएस अधिकारी गौरव सिंह सोगरवाल एसडीएम सदर/ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में कोरोना काल में गोरखपुर जिले में बेहतर कार्य कर चुके हैं। वर्तमान में वे महराजगंज के सीडीओ पद पर कार्यरत हैं। सोगरवाल की वापसी को लेकर शहरवासियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। महराजगंज के मुख्य विकास अधिकारी गौरव सिंह सोगरवाल को गोरखपुर नगर निगम का नया नगर आयुक्त बनाया गया है। अविनाश सिंह के स्थानांतरण के बाद यह पद रिक्त हो गया था। गुरुवार की सुबह शासन ने सोगरवाल की तैनाती का आदेश जारी कर दिया। वह शुक्रवार को कार्यभार ग्रहण कर सकते हैं।
इस कार्य के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय से मिल चुकी है प्रशंसा
गौरव सिंह सोगरवाल 2017 बैच के आइएएस अधिकारी हैं। अपने बैच में उन्होंने हिंदी माध्यम से टाप किया था। बचपन से ही संघर्षों का सामना करने वाले सोगरवाल ने गोरखपुर में एसडीएम सदर/ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में उल्लेखनीय काम किया। कोरोना काल में खाद्यान्न सामग्री की होम डिलिवरी का उनका प्रयोग खूब सराहा गया। प्रधानमंत्री कार्यालय से भी उन्हें प्रशंसा मिल चुकी है।
ताल सुमेर सागर को अतिक्रमण से कराया मुक्त
ताल सुमेर सागर को अतिक्रमण से मुक्त करने एवं असुरन पोखरे पर अतिक्रमण का मामला उठाने के लिए भी उनकी प्रशंसा हुई थी। उन्होंने भारतीय विद्या पीठ पुणे से 2015 में इलेक्ट्रिकल से बीई किया है। मूल रूप से राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले गौरव सिंह गोरखपुर शहर में करीब 80 एकड़ तो ग्रामीण क्षेत्रों में 350 एकड़ सरकारी जमीन से कब्जा हटाया था।
पत्नी अनुज मलिक भी हैं IAS अधिकारी
गौरव सिंह की पत्नी अनुज मलिक भी उन्हीं के बैच की आइएएस अधिकारी हैं। वर्तमान में गोरखपुर में ही अपर आयुक्त एवं संभागीय खाद्य नियंत्रक के रूप में कार्यरत हैं।
एमएमयूटी के एलुमिनाई हैं आइटीआइ प्रबंध निदेशक
मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के एलुमिनाई राजेश राय को इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्रीज (आइटीआइ) का नया प्रबंध निदेशक बनाया गया है। जानकारी मिलने के बाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में खुशी है। विश्वविद्यालय उन्हें अपने विद्यार्थियों के बीच रोल माडल के रूप में प्रस्तुत करेगा। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने बताया कि मूल रूप से गाजीपुर के रहने वाले राजेश राय ने 1988 में इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग विभाग में प्रवेश लिया था। 1992 में उन्होंने बैचलर आफ इंजीनियरिंग की परीक्षा उत्तीर्ण की। बीई करने के बाद वह 2008 तक महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड दिल्ली और 2008 से 2020 तक एमटीएनएल मारीशस में 2020 से 2023 तक एमटीएनएल मुंबई में कार्यरत रहे। इस दौरान जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से एमटेक और दिल्ली विश्वविद्यालय से एमबीए की उपाधि भी प्राप्त कर चुके हैं। कुलपति ने कहा कि बहुत जल्द विश्वविद्यालय में बुलाकर उनका सम्मान किया जाएगा।
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