UP News: पीएम का पुतला फूंकने पर कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष पर FIR, गोरखपुर में मची खलबली
गोरखपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाने पर कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। कोतवाली पुलिस ने यह कार्रवाई की है। नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन के दौरान यह घटना हुई। इस घटना के बाद कांग्रेस पार्टी में आंतरिक मतभेद सामने आए हैं।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रतीकात्मक पुतला फूंकने वाली कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान और तीन-चार अज्ञात पर कोतवाली पुलिस ने एफआइआर दर्ज की है। कोतवाली थाना की उपनिरीक्षक दीपशिखा रंजन ने इनके खिलाफ तहरीर दी थी। पुतला फूंकने को लेकर कांग्रेस संगठन में पहले से ही मतभेद चल रहा है। अब पूर्व जिलाध्यक्ष पर एफआइआर दर्ज होने के बाद कांग्रेसी संगठन के अगले कदम का इंतजार कर रहे हैं।
नेशनल हेराल्ड पर प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के विरोध में कांग्रसियों को बुधवार को प्रदर्शन करना था। जिलाध्यक्ष राजेश तिवारी के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने नगर निगम स्थित रानी लक्ष्मीबाई पार्क में पहुंचकर प्रदर्शन शुरू किया। सभी नगर निगम परिसर में ही थे।
इस बीच पूर्व जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान तीन-चार कांग्रेसियों के साथ पहुुंचीं और टाउनहाल स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रतीकात्मक पुतला जला दिया। उस समय सभी पुलिसकर्मी नगर निगम गेट पर थे और कांग्रेसियों को गेट से बाहर न निकलने देने के लिए तैयार थे।
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पुतला फूंकने के बाद निर्मला पासवान नगर निगम में पहुंचीं और प्रदर्शन में शामिल हुईं। यहां से बाहर निकलने पर कोतवाली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। उस समय हिरासत का विरोध न करने को लेकर कांग्रेसियों में मतभेद सामने आया था। जिलाध्यक्ष राजेश तिवारी ने पूर्व जिलाध्यक्ष के कृत्य को अनुशासनहीनता बताया था।
कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान। जागरण (फाइल फोटो)
जिलाध्यक्ष के विरोध में उतरीं निर्मला पासवान
बुधवार को प्रदर्शन के बाद निर्मला पासवान ने जिलाध्यक्ष का खुलकर विरोध शुरू कर दिया है। उन्होंने तीन वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित किए। आरोप लगाया है कि जिलाध्यक्ष सभी कांग्रेसियों को कोतवाली जाने से रोक रहे हैं। हालांकि दैनिक जागरण इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
कहा कि गिरफ्तारी के समय जिलाध्यक्ष समेत सभी कांग्रेसी थे लेकिन किसी ने विरोध तक नहीं किया। यहां तक कि कोतवाली में भी जिलाध्यक्ष नहीं पहुंचे। कहा कि मेरे साथ तौकीर आलम, दिलीप निषाद, देवेंद्र धनुष, राजकुमार यादव, सच्चिदानंद तिवारी, बादल चतुर्वेदी, मुन्ना तिवारी, अभयानंद द्विवेदी ही खड़े हुए। उरुवा ब्लाक के निवर्तमान अध्यक्ष सच्चिदानंद तिवारी को साथ देने के कारण नियम विरुद्ध तरीके से हटाया गया।
हालांकि कई कांग्रेसियों का कहना है कि निर्मला पासवान फिर जिलाध्यक्ष बनना चाहती थीं लेकिन पार्टी ने राजेश तिवारी को नियुक्त कर दिया। इससे वह नाराज हैं और बिना सभी को विश्वास में लिए अपने मन से काम कर रही हैं। निर्मला पासवान ने इसे गलत बताया और कहा कि छह वर्ष तक जिलाध्यक्ष रह चुकी हूं, अब और कितना रहूंगी।
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जिलाध्यक्ष राजेश तिवारी ने कहा कि मैं गिरफ्तारी की जानकारी होते ही मौके पर पहुंचा और कारण पूछने लगा तो पूर्व जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान ने कहा कि मुझे किसी की जरूरत नहीं है। अब इसके बाद कुछ कहने के लिए नहीं बचता है।
इधर, सच्चिदानंद तिवारी ने पद से हटाए जाने के विरोध में जिलाध्यक्ष पर हमला किया है। कहा कि प्रदेश नेतृत्व के निर्देश के बाद भी बंद चहारदीवारी के भीतर प्रदर्शन किया गया।
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