Cyber Crime: डब्बा ब्रोकर पर भरोसा डूबा रहा निवेश, लोगों को मिल रहा तगड़ा धोखा
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में साइबर ठगी का मामला सामने आया है। यहां शेयर बाजार में निवेश के नाम पर धोखाधड़ी के मामले बढ़ रहे हैं। डब्बा ब्रोकर पांच सौ गुणा लीवरेज और बंपर रिटर्न का लालच देकर निवेशकों को ठग रहे हैं। सेबी में पंजीकरण न होने से इन्हें पकड़ना मुश्किल हो जाता है। निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए।

आशुतोष मिश्र, जागरण, गोरखपुर। सहजनवां की एक शिक्षिका को इंस्टाग्राम पर दिखे पोस्ट के माध्यम से ट्रेडिंग ग्रुप से जुड़ीं। ग्रुप पर उन्हें एक डब्बा ब्रोकर ट्रेडिंग प्लेटफार्म की वेबसाइट का लिंक भेजकर शेयर बाजार में निवेश कर बंपर रिटर्न पाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। उन्होंने थोड़े रुपये लगाए तो बदले में बेहतर रिटर्न मिला।
इसके बाद उन्होंने निवेश बढ़ाना शुरू किया और 10 दिन में 12 लाख रुपये बाजार में लगा दिए। यह उनकी मूल पूंजी थी, जिसके बदले 18 लाख रुपये का लाभ भी उनके ट्रेडिंग अकाउंट में दिख रहा था। तब उन्होंने अपनी पूंजी की निकासी करनी चाही, लेकिन वह ऐसा न कर सकीं। इसके बाद उन्हें अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ।
शहर के एक नेता इसी तरह झांसे में आए और 44 लाख रुपये गंवा दिए। चिलुआताल के एक युवक के तीन लाख रुपये ऐसे ही एक टेलीग्राम ग्रुप से मिले डब्बा ब्रोकर से जुड़ने के चलते डूब गए। इन सभी ने साइबर क्राइम सेल में अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है।
साइबर क्राइम सेल में शेयर बाजार में निवेश के नाम पर धोखाधड़ी की ऐसी बहुत सी शिकायतें आ रही हैं। ज्यादातर लोग डब्बा ब्रोकर के ट्रेडिंग प्लेटफार्म पर पांच सौ गुणा लीवरेज और बंपर रिटर्न के झांसे में आकर ठगे जा रहे हैं। इस लालच में फंसकर लोग ऐसे प्लेटफार्म पर भरोसा करके निवेश कर रहे हैं जो सेबी में पंजीकृत नहीं हैं।
साइबर क्राइम का बढ़ रहा अपराध। जागरण
रिटर्न मांगते ही संपर्क खत्म कर लेते हैं जालसाज
डब्बा ब्रोकर या डब्बा कंपनियां पांच सौ गुणा लिवरेज देने का लालच देकर ही निवेशकों को आकर्षित करती हैं। निवेशक को लगता है कि वह 10 हजार रुपये लगाकर दस लाख तक के शेयर खरीद ले रहा है। जब मुनाफा होने पर निवेशक जब अपना रिटर्न मांगता है तो ये डब्बा ब्रोकर और कंपनियां निवेशक से अपना संपर्क खत्म कर लेती हैं। तब तक निवेशक अपनी पूंजी भी गंवा चुका होता है।
सेबी में पंजीकरण न होने से सरकारी एजेंसी भी इन्हें नहीं पकड़ पातीं। यही नहीं इनका कोई कार्यालय भी नहीं होता और सारा काम आनलाइन ही करते हैं, जिस वजह से इन्हें पकड़ना कठिन होता है।
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कई गुणा लिवरेज और बंपर रिटर्न के लालच में न पड़ें। इंस्टाग्राम, वाट्सएप, टेलीग्राम जैसे एप पर निवेश से जुड़ी टिप्स पर भरोसा न करें। ट्रेडिंग के लिए केवल सेबी से पंजीकृत प्लेटफार्म का ही प्रयोग करें। थोड़ी सी जागरूकता आपको बड़े नुकसान से बचा सकती है। - सुधीर कुमार जायसवाल, पुलिस अधीक्षक अपराध
क्या है डब्बा ब्रोकर
शेयर मार्केट में डब्बा ब्रोकर ऐसे व्यक्ति या कंपनी को बोलते हैं जो आधिकारिक स्टाक एक्सचेंज की बजाय, गैर-आधिकारिक "डब्बा" बाजार में लेन-देन की सुविधा प्रदान करता है। यह सेबी के नियमों के विपरीत है, लेकिन ज्यादा मुनाफे का लालच देकर यह लोगों को फंसा लेते हैं।
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