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    गोरखपुर में नामी कंपनियों के नाम से बिक रहा था नकली उत्पाद, छापेमारी में स्‍टॉक हुआ बरामद

    Updated: Thu, 18 Dec 2025 09:06 AM (IST)

    गोरखपुर में नामी कंपनियों के नकली उत्पादों के अवैध कारोबार का पर्दाफाश हुआ। गोरखनाथ पुलिस और कंपनियों के कर्मचारियों ने संयुक्त छापेमारी में लाखों का ...और पढ़ें

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    टाटा, पिडिलाइट, रेकिट बेंकाइजर और पतंजलि के नाम का किया जा रहा था दुरुपयोग। सांकेतिक तस्वीर

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। नामी कंपनियों के नकली उत्पादों के अवैध कारोबार का बड़ा पर्दाफाश हुआ है। टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड, पिडिलाइट इंडस्ट्रीज लिमिटेड, रेकिट बेंकाइजर (इंडिया) लिमिटेड और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड जैसे ब्रांडों के नाम का दुरुपयोग कर नकली सामान बाजार में बेचे जा रहे थे। शिकायत मिलने पर गोरखनाथ थाना पुलिस और कंपनियों के कर्मचारियों ने संयुक्त रुप से छापेमारी की। जिसमें लाखों रुपये के सामान बरामद हुए।

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    'स्पीड सर्च एंड सिक्योरिटी नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड' के जांच अधिकारी शिवम गुप्ता ने थाना प्रभारी को इस मामले में एक लिखित शिकायत दी थी। बताया गया था कि एक आपूर्तिकर्ता नकली उत्पादों को असली बताकर क्रय-विक्रय और सप्लाई कर रहा है। इससे कंपनियों की छवि और राजस्व को नुकसान हो रहा है और उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी भी हो रही है।

    शिकायत का तत्काल संज्ञान लेते हुए दारोगा ऋषभ सिंह और कांस्टेबल शुभम सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई। सोमवार को टीम ने ललिता पुरम, राजेंद्र नगर कालोनी स्थित एक नामरहित गोदाम पर छापा मारा। मौके पर दिनेश कुमार दासवानी, निवासी पुराना गोरखपुर विजयनगर, मौजूद मिले और उन्होंने स्वयं को गोदाम का मालिक बताया। पुलिस ने गोदाम संचालक को हिरासत में ले लिया।

    इसके बाद गोदाम की तलाशी में बड़ी मात्रा में नकली उत्पाद बरामद किए गए। पुलिस और कंपनी प्रतिनिधियों ने प्रत्येक ब्रांड के नमूने जांच के लिए अलग किए और शेष सामान को 16 बोरियों में भरकर सील किया। साथ ही मूल उत्पादों को भी अलग से कब्जे में लिया।

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    पुलिस के अनुसार, प्रथम दृष्टया यह स्पष्ट है कि आरोपित संगठित तरीके से नकली उत्पादों का कारोबार कर रहा था। मामले में गोदाम संचालक के विरूद्ध कापीराइट एक्ट, ट्रेडमार्क एक्ट और भारतीय दंड संहिता के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस अब इसनेटवर्क की कड़ियों, सप्लाई चैन और अन्य संलिप्त लोगों की भूमिका की जांच कर रही है।

    ये सामान हुआ बरामद

    • टाटा टी अग्नि (43.75 ग्राम) 240 पैकेट
    • टाटा प्रीमियम टी (250 ग्राम) 25 पैकेट
    • फेविक्विक 17,977 पाउच
    • हार्पिक (250 एमएल) 500 बोतलें
    • हार्पिक (500 एमएल) 95 बोतलें
    • हार्पिक (1000 एमएल) 41 बोतलें
    • पतंजलि दंत कांति टूथपेस्ट (100 ग्राम) 420 ट्यूब

    जांच में प्रथम दृष्टया ट्रेडमार्क और कापीराइट उल्लंघन कर नकली उत्पादों का अवैध व्यापार सामने आया है। यह पता लगाया जा रहा है कि सामान कहां-कहां सप्लाई किया गया और इसमें और कौन लोग शामिल हैं। साक्ष्य के आधार पर आरोपितों के विरुद्ध आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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    - रवि सिंह, सीओ गोरखनाथ