त्योहारों का उपहार, गोरखपुर से अयोध्या, बलिया और बनारस के बीच चलेगी 'इलेक्ट्रिक' बसें
गोरखपुर में जल्द ही इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी जो अयोध्या बलिया और बनारस जैसे शहरों को जोड़ेंगी। शासन ने गोरखपुर परिक्षेत्र को 20 इलेक्ट्रिक बसें दी हैं और राप्तीनगर में चार्जिंग प्वाइंट बनाया जा रहा है। ये बसें एक बार चार्ज होने पर 225 किमी तक चल सकती हैं। इसके साथ ही 20 एसी बसें भी मिली हैं जो जनरथ की जगह चलेंगी और लखनऊ वाराणसी और प्रयागराज के बीच चलेंगी।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। महानगर और आसपास की सड़कों पर ही नहीं सुदूर गांवों में भी अब सुविधा संपन्न एसी इलेक्ट्रिक बसें (बैट्री चालित) दौड़ती हुई नजर आएंगी। जल्द ही गोरखपुर से अयोध्या, बलिया, बनारस, सोनौली, पडरौना, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर, देवरिया और तमकुही के बीच 'इलेक्ट्रिक' बसें चलाई जाएंगी।
शासन स्तर से गोरखपुर परिक्षेत्र को 20 इलेक्ट्रिक बसें मिली हैं, जो यथाशीघ्र गोरखपुर के बस बेड़ा में शामिल हो जाएंगी। महानगर के विभिन्न रूटों पर 20 इलेक्ट्रिक बसें पहले से चल रही हैं।
शासन की संस्तुति के बाद परिवहन निगम मुख्यालय गोरखपुर ने इलेक्ट्रिक बसों के संचालन की तैयारी आरंभ कर दी है। रूट निर्धारित करने के साथ चार्जिंग प्वाइंट बनाने की भी योजना बना ली गई है। राप्तीनगर स्थित गोरखपुर डिपो में 1.85 करोड़ रुपये की लागत से चार्जिंग प्वाइंट बनाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
जल्द ही विद्युत विभाग के सहयोग से चार्जिंग प्वाइंट भी तैयार हो जाएगा। जानकारों का कहना है कि इलेक्ट्रिक बस एक बार चार्ज होने के बाद 225 किमी चलेंगी। बसों को चार्ज करने के लिए आने वाले दिनों में गोरखपुर डिपो के अलावा अन्य प्रमुख स्टेशनों पर भी चार्जिंग प्वाइंट बनाए जाएंगे। बसें आधे से एक घंटे में फुल चार्ज होती हैं। गोरखपुर परिक्षेत्र के बेड़े में लगभग 950 बसें शामिल हैं।
20 एसी बसों का भी मिला उपहार, जनरथ की जगह चलेंगी
गोरखपुर परिक्षेत्र को 12 मीटर लंबी 52 सीटर 20 एसी बसें (डीजल चालित) भी मिल गई हैं। परिवहन निगम के प्रस्ताव पर शासन ने नई एसी बसों को हरी झंडी प्रदान कर दी है। प्रथम चरण में गोरखपुर सहित प्रदेश भर के डिपो को 100 एसी बसें आवंटित की गई हैं।
गोरखपुर को मिलीं एसी बसें जनरथ की जगह चलाई जाएंगी। यह सभी बसें एसी जनरथ की जगह गोरखपुर से लखनऊ, वाराणसी और प्रयागराज के बीच चलेंगी। राप्तीनगर डिपो से 38 एसी जनरथ बसें चल रही हैं। यह सभी बसें जर्जर हो चुकी हैं। चलने लायक नहीं रह गई हैं।
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गोरखपुर परिक्षेत्र को 20 एसी इलेक्ट्रिक बसें मिली हैं। इसके अलावा 20 एसी बसें भी मिली हैंं। निगम के बेड़े में एसी इलेक्ट्रिक के अलावा एसी, और साधारण, छोटी- बड़ी बसें शामिल हो रही हैं। राप्तीनगर में चार्जिंग प्वाइंट बनाने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही इलेक्ट्रिक व एसी बसों का संचालन आरंभ करा दिया जाएगा।
- लव कुमार सिंह, क्षेत्रीय प्रबंधक- परिवहन निगम
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