हेलो...भूकंप आया था क्या? हां मुझे भी झटका महसूस हुआ; गोरखपुर में 40 सेकंड तक रहा असर, शोर मचाते हुए घरों से भागे लोग
Earthquake In Gorakhpur अचानक आधी रात में धरती हिली तो लोग सहम उठे। जो जिस हाल में था बस भागकर घर से बाहर निकला। एक दूसरे को फोन कर सभी पूछ रहे कि भूकंप आया था क्या? मोहल्लों की गलियां हों या चौराहे हर जगह लोग टहलते हुए दिखे। दोबारा भूकंप आने की आशंका में लोग देर रात तक टहलते रहे।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। भूकंप का झटका महसूस होते ही शुक्रवार की आधी रात को पूरा शहर सड़क पर आ गया। आधी रात को लोगों के फोन घनघनाने लगे। लोग एक-दूसरे से पूछते रहे कि भूकंप आया क्या? सामने वाले भी यह बताते रहे कि मुझे भी महसूस हुआ। 40 सेकेंड के दौरान धरती करीब चार बार हिली। बिस्तर व कुर्सी पर बैठे लोगों को ऐसा अहसास हुआ, जैसे कोई उनकी कुर्सी व बिस्तर को हिला रहा है। पुलिस व प्रशासन को कहीं पर भी कोई कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.9 मापी गई।
अचानक धरती हिली फिर थम गए झटके
गोरखनाथ के कृष्ण कुमार उपाध्याय ने बताया कि पहले तो उन्होंने समझा कि कोई हिला रहा है। पत्नी के शोर मचाने पर बच्चों के साथ बाहर निकले तब तक भूकंप का झटका थम चुका था। शाहपुर आवास विकास की कविता श्रीवास्तव ने बताया कि पति के लिए वह चाय बना रही थीं। अचानक उन्हें लगा कि धरती हिल रही है। जैसे ही वह शोर मचाती हुई किचन से बाहर निकली तब तक सब सामान्य हो चुका था।
कूड़ाघाट के दुर्गेश ने बताया कि वह लेटे थे, अचानक उन्हें लगा कि कोई उनका बिस्तर हिला रहा है। जब तक उठकर भागे स्थित सामान्य हो गई। कोतवाली, तिवारीपुर, गोरखनाथ क्षेत्र में दशहतजदा लोग दोबारा भूकंप आने के डर से देर रात तक सड़क पर टहलते रहे।
इंटरनेट मीडिया पर बढ़ गई हलचल
भूकंप आने के बाद इंटरनेट मीडिया पर भी हलचल बढ़ गई। कुछ लोग भूकंप के झटकों को काफी तेज बता रहे थे। कुछ का कहना था कि उन्हें पता ही नहीं चला कि भूकंप आया है। कई लोगों ने ट्वीट करके सवाल भी किया क्या आपने भूकंप के झटके महसूस किए हैं।
यह भी पढ़ें, Uttar Pradesh Earthquake: भूकंप के तेज झटकों से दहला यूपी, आधी रात में नींद से उठकर भागे लोग; 5.9 आंकी गई तीव्रता
बड़े भूकंप के संकेत हैं ये छोटे झटके : प्रो. एसके सिंह
भूगोलविद् और दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के आचार्य प्रो.शिवाकांत सिंह इसे और बड़े भूकंप के झटके का संकेत बता रहे हैं और इसे लेकर सतर्कता बनाए रखने की सलाह दे रहे हैं। प्रो.सिंह ने बताया कि बीते एक वर्ष में भारत और नेपाल में कई बार भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए हैं। यद्यपि, उनकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर चार से पांच ही रही है, लेकिन इससे यह संदेश मिल रहा है कि जमीन की नीचे विवर्तनिक प्लेट की हलचल शुरू हो गई है। चूंकि अभी हलचल मामूली है, इसलिए भूकंप की तीव्रता भी नियंत्रित है। पर यह हलचल जल्द बड़ा परिणाम देने वाली भी हो सकती है। शुक्रवार की देर रात आया भूकंप भी उसी कड़ी में है। इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.4 रही, जो बीते एक वर्ष में सर्वाधिक है।
25 अप्रैल 2015 को आए थे तेज झटके
अप्रैल 2015 में एक ही दिन में सात घंटे में चार बार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। पहली बार 7.8 थी तीव्रता। नेपाल में भारी तबाही मची थी। गोरखपुर जोन में छह की मौत हो गई थी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।