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    ई-कॉमर्स पोर्टल व फर्जी प्रोजेक्ट का लालच देकर 4.88 करोड़ की ठगी, कोर्ट के आदेश पर दंपती समेत 11 पर मुकदमा दर्ज

    Updated: Wed, 10 Dec 2025 10:38 AM (IST)

    गोरखपुर में ई-कॉमर्स पोर्टल और फर्जी प्रोजेक्ट का लालच देकर 4.88 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। कोर्ट के आदेश पर एक दंपती समेत 11 लोगों के ...और पढ़ें

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    तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। ई-कामर्स पोर्टल के जरिए निवेश, रियल एस्टेट प्रोजेक्ट और लग्जरी प्रापर्टी दिलाने का झांसा देकर 4.88 करोड़ रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है।तिवारीपुर निवासी साजिद मेराज की शिकायत पर कोर्ट ने सुनील सिंह सैंथवार, उसकी पत्नी, बेटी सहित 11 पर जालसाजी, फर्जी दस्तावेज तैयार करने और धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज करने का अादेश दिया था।कोतवाली थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    पीड़ित साजिद मेराज के अनुसार, सुनील सिंह सैंथवार खुद को सन इंटरप्राइजेज, सनड्रोपशिप ई-कामर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और सनड्रापशिप रिसेलर प्राइवेट लिमिटेड का मैनेजिंग डायरेक्टर बताता था। वह निवेशकों को समझाता था कि एसडीआर कार्ट नामक ई-कामर्स पोर्टल पर गोल्ड, मोबाइल और भूमि की बुकिंग करने पर 180 से 210 दिनों में उत्पाद के साथ ही उस पर दो से चार प्रतिशत मासिक प्राफिट दिया जाएगा।

    शुरुआती मीटिंग्स में सुनील ने उच्च गुणवत्ता के प्रेजेंटेशन, चमकीले प्लान, डिजिटल सेल्स माडल और रिटर्न के उदाहरण दिखाकर भरोसा जीता। इसी भरोसे पर साजिद ने शुरुआत में चार लाख रुपये जमा कर दिए।इसके बाद सुनील सिंह ने निवेश का दायरा बढ़ाकर इसे रियल एस्टेट में बदल दिया। उसने दावा किया कि वह साजिद को पार्टनर बनाएगा और छह महीने में बाराबंकी के पल्हरी में 20 हजार वर्गफुट जमीन,लखनऊ के रोलेक्स एस्टेट का एक फ्लैट,पुर्दिलपुर में कमर्शियल शाप और विभूति खंड, एक्सपेरिआन बिल्डिंग में आफिस स्पेस रजिस्ट्री कर देगा।

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    फर्जी दस्तावेज दिखाकर भरोसा दिलाता रहा।उन्होंने आइडीबीआइ बैंक से 1.05 करोड़ रुपये का लोन लिया। इसके अलावा रिश्तेदारों और परिचितों से 50 लाख रुपये उधार लिए। अगले महीनों में दर्जनों अन्य निवेशकों के माध्यम से करीब 4.5 करोड़ रुपये सुनील के बताए खातों में भेजे गए। यह रकम सुनील के नेटवर्क के लोगों के खातों में भी फैलाई गई।बाद में दस्तावेज की जांच कराई गई तो पता चला कि फर्जी है।

    पीड़ित ने तीन नवंबर को थाने और जनसुनवाई केंद्र में शिकायत दी, लेकिन कार्रवाई न होने पर अदालत का दरवाजा खटखटाया।कोतवाली पुलिस सुनील सिंह उसकी पत्नी वीना सिंह,बेटी शुभी सिंह,बेटा प्रांशु सिंह,सहयोगी योगेंद्र सिंह, अहमद अली, हरेंद्र अली, इकबाल अहमद, इम्तेयाज अहमद,निदेशक अरविंद कुमार और मनीष यादव पर मुकदमा दर्ज कर उनके खाते से हुए लेनदेन की जांच शुरू कर दी है।