Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गोरखपुर विश्वविद्यालय का बड़ा फैसला, अब प्रैक्टिकल-मौखिक परीक्षा का वीडियो देंगे तभी अपलोड होगा नंबर

    By Jagran NewsEdited By: Pragati Chand
    Updated: Mon, 27 Nov 2023 08:04 AM (IST)

    गोरखपुर विश्वविद्यालय ने परीक्षा प्रणाली को पारदर्शी बनाने के लिए बड़ा फैसला लिया है। अब प्रैक्टिकल और मौखिक परीक्षा का वीडियो देने पर ही नंबर अपलोड ह ...और पढ़ें

    Hero Image
    प्रैक्टिकल-मौखिक परीक्षा का देंगे वीडियो तो नंबर होगा अपलोड। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। अपनी परीक्षा प्रणाली को पारदर्शी बनाने के लिए दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक बड़ा फैसला लिया है। अब जबतक प्रैक्टिकल व मौखिक परीक्षा का क्लिप विश्वविद्यालय की ओर से विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं कराया जाएगा तबतक उसका नंबर अपलोड नहीं हो सकेगा। वीडियो अपलोड होने के बाद नंबर अपलोड होने का पोर्टल खुलेगा। इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से मानक भी निर्धारित किए गए हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ये मानक किए गए हैं निर्धारित

    मानक के अनुसार परीक्षक को प्रैक्टिकल और मौखिक परीक्षा का 30 से 40 सेकेंड का मौके पर वीडियो बनाना होगा। वीडियो ऐसा होगा, जिसमें परीक्षक, लैब और एक्यूपमेंट सभी का दिखना जरूरी होगा। वीडियो मानक पर नहीं होगा तो भी नंबर अपलोड करने वाला पोर्टल नहीं खुलेगा।

    इसके पीछे विश्वविद्यालय की मंशा धांधली रोकने की भी है। विश्वविद्यालय को लगातार यह शिकायत मिलती रही है कि बहुत से शिक्षक प्रायोगिक परीक्षा या मौखिक परीक्षा लेने के लिए कालेजों में जाते ही नहीं। घर बैठे ही कालेज के फीडबैक पर विद्यार्थियों का नंबर जारी कर देते हैं। वीडियो अपलोड करने की अनिवार्यता के बाद शिक्षक ऐसा नहीं कर सकेंगे। विद्यार्थियों को भी उनकी क्षमता के मुताबिक नंबर मिल सकेगा।

    यह भी पढ़ें, Gorakhpur News: सस्ती सब्जी चाहिए तो जाइए मंडी, बाहर निकलते ही दोगुणा हो जा रही कीमत; यहां देखें- रेट लिस्ट

    आगामी सेमेस्टर से लागू हो जाएगा नियम

    विश्वविद्यालय की योजना के मुताबिक परीक्षा व्यवस्था के इस बदलाव को आगामी सेमेस्टर से लागू कर देने की है। इसके लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट अपडेट की जा रही है। जैसे ही वेबसाइट अपडेट हो जाएगा, बदलाव लागू कर दिया जाएगा। यह व्यवस्था कई विश्वविद्यालयों में पहले से लागू की जा चुकी है।

    क्या कहती हैं कुलपति

    दीदउ गोवि कीकुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि प्रैक्टिकल व मौखिक परीक्षा को लेकर शिक्षकों के मौके पर न पहुंचने की कई शिकायतें मिल रही थीं। इससे व्यवस्था पर तो सवाल उठ ही रहा था, विद्यार्थियों के साथ न्याय भी नहीं हो पा रहा था। ऐसे में व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए परीक्षा की वीडियो अपलोड करने के बाद ही नंबर अपलोड होने की व्यवस्था बनाई जा रही है।