Gorakhpur News: सस्ती सब्जी चाहिए तो जाइए मंडी, बाहर निकलते ही दोगुणा हो जा रही कीमत; यहां देखें- रेट लिस्ट
गोरखपुर में थोक के मुकाबले फुटकर में सब्जियां दोगुणे से अधिक भाव पर बिक रही हैं। 15 रुपये वाली गोभी फुटकर में आते ही 40 रुपये किलोग्राम हो जा रही हैं। ...और पढ़ें

प्रभात कुमार पाठक, गोरखपुर। मंडी में भरपूर आवक के चलते हरी सब्जियां 40 प्रतिशत तक सस्ती हो गई हैं, लेकिन अभी इसका लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है। मंडी में 15 रुपये गोभी, 10 रुपये बैंगन और 30 रुपये परवल खरीदकर फुटकर विक्रेता ग्राहकों से दोगुणे से ज्यादा कीमत वसूल रहे हैं। महेवा थोक सब्जी मंडी में शनिवार को भी हरी सब्जियों की भरपूर आवक रही। स्थानीय व बाहरी मिलाकर सब्जियों की 50 से अधिक ज्यादा गाड़ियां पहुंचीं, जिन्हें खड़ी करने के लिए जगह तक कम पड़ गईं। इनमें सिर्फ गोभी व मटर की 10-10 गाड़ियां थीं।
गोरखपुर फल-सब्जी विक्रेता एसोसिएशन के अध्यक्ष अवध कुमार गुप्ता की मानें तो थोक मंडी में आवक अधिक होने से सब्जियों का मूल्य कम है। लेकिन फुटकर में थोक के मुकाबले दोगुणे से भी अधिक दर पर सब्जियां बेची जा रही हैं। फुटकर विक्रेता मंडी से 50 रुपये पसेरी बैंगन और 15 रुपये किलो की दर से खीरा खरीदकर दोगुणे भाव पर बेच रहे हैं। यही हाल अन्य सब्जियों का भी है। आए दिन भाव को लेकर ग्राहकों व विक्रेताओं में झड़प भी हो रही है। बावजूद इसके सब्जी विक्रेता मनमाने दर पर सब्जियां बेच कर मुनाफा कमा रहे हैं।
इस समय टमाटर व प्याज के बाद महंगी सब्जियों से रसोई का जायका बिगड़ रहा है। गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों की थाली से अधिकांश सब्जियां गायब ही हो गई हैं। इसकी प्रमुख वजह फुटकर विक्रेता हैं। इस कृत्रिम महंगाई से निपटने को प्रशासन कोई सख्ती नहीं बरत रहा है। अगर सब्जियों के थोक और फुटकर दामों पर नजर दौड़ाई जाए, तो इसका सीधा संबंध विक्रेताओं से है, जो अपनी मनमर्जी से दाम घटाते-बढ़ाते हैं। सब्जी व्यापारी विजय कुशवाहा ने बताया कि बाजार में हरी मटर आए लगभग एक माह हो गए, लेकिन अभी भी फुटकर में जितनी सस्ती मिलनी चाहिए नहीं मिल रही है। इसी तरह कुछ अन्य सब्जियों की भी स्थिति है।
थोक व फुटकर में सब्जियों की कीमतें (रुपये में)
| सब्जी | थोक | फुटकर |
| मटर | 20-35 | 50-60 |
| टमाटर | 30-40 | 60-80 |
| गोभी | 10-15 | 25-40 |
| नया आलू सफेद | 15-18 | 25-30 |
| पुराना आलू | 15-12 | 10-20 |
| भिंडी | 15-20 | 30-40 |
| करेला | 15-20 | 40-50 |
| बैंगन | 10-15 | 25-30 |
| नेनुआ | 25 | 35-40 |
| परवल | 20-40 | 50-60 |
| साग पालक | 20-25 | 30 |
| लौकी | 08-12 | 25-30 |
| हरी मिर्च | 10-15 | 60 |
| खीरा | 10-15 | 30-40 |
सभी सब्जियों के दाम रुपये किलोग्राम में हैं
क्या कहते हैं सिटी मजिस्ट्रेट
थोक मूल्य की तुलना में फुटकर मंडियों में मनमाने तरीके से दर निर्धारित नहीं होनी चाहिए। स्थानीय मंडियों की दरें भी लोगों की सुविधा को ध्यान में रखकर होनी चाहिए। यदि थोक की तुलना में कई गुणा अधिक दर पर फुटकर मंडी में सब्जी आदि की बिक्री करते पाया गया तो नियमानुसार कार्यवाही होगी।
-मंगलेश दुबे, सिटी मजिस्ट्रेट

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