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    पाकिस्तान के साइबर ठग की ब्लैकमेलिंग से टूटी थी शबाना की हिम्मत, उठा लिया था खतरनाक कदम

    Updated: Sat, 18 Oct 2025 07:15 AM (IST)

    गोरखपुर के गोला में शबाना खातून ने पाकिस्तानी साइबर अपराधी से तंग आकर आत्महत्या की। उसे पार्सल के नाम पर फंसाया गया, फिर वीडियो कॉल रिकॉर्ड कर ब्लैकमेल किया गया। अपराधियों ने आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने की धमकी दी और उससे पैसे ऐंठ लिए। डर और दबाव में उसने यह कदम उठाया। साइबर सेल मामले की जांच कर रही है।

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    भाई की तहरीर पर गोला पुलिस ने अज्ञात साइबर अपराधी पर दर्ज किया है मुकदमा

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोला के जानीपुर गांव की 27 वर्षीय शबाना खातून की मौत के मामले में नई जानकारी सामने आयी है। छानबीन में पता चला है कि पाकिस्तान के रहने वाल साइबर अपराधी की प्रताड़ना से तंग आकर उसने जान दे दी थी। तीन महीने तक पाकिस्तान से आने वाले फोन काल उसके बाद शुरू हुई ब्लैकमेलिंग की की वजह से 14 अगस्त 2025 को फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली।

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    पुलिस जांच और साइबर सेल की रिपोर्ट के अनुसार, शबाना को एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से काल आ रहा था।जिसमें कहा गया कि उसके नाम से एक पार्सल पकड़ा गया है, जिसकी जांच की जा रही है।घबराई शबाना को वीडियो काल पर लाया गया और ठगों ने स्क्रीन रिकॉर्डिंग कर ली।

    इसके बाद उसी वीडियो को एडिट कर आपत्तिजनक वीडियो में बदल दिया गया।अपराधियों ने उसे धमकी दी कि यदि उसने पैसे नहीं दिए तो वीडियो इंटरनेट मीडिया और रिश्तेदारों के नंबरों पर प्रसारित कर दिया जाएगा।

    परिवार के मुताबिक, शबाना के पास उसकी मेहनत और परिजनों से मिली करीब डेढ़ लाख रुपये की बचत थी, जो उसने ब्लैकमेलरों को दे दिए। लेकिन साइबर ठगों ने फिर धमकियां देना जारी रखा।वे हर बार अलग-अलग नंबरों से काल कर कहते और पैसे दो, नहीं तो वीडियो सबको दिखा देंगे।

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    वह इस डर में जी रही थी कि अगर यह वीडियो परिवार को दिख गया तो सब खत्म हो जाएगा।परिजनों ने बताया कि उसने कभी शिकायत दर्ज नहीं कराई, न ही किसी को बताया कि उस पर क्या बीत रही है।शबाना की आत्महत्या के बाद जब परिवार ने उसका मोबाइल पुलिस को सौंपा तो साइबर सेल ने तकनीकी जांच शुरू की।

    काल डिटेल और इंटरनेट प्रोटोकॉल (आइपी) एड्रेस की ट्रेसिंग में चौंकाने वाली बात सामने आयी। पुलिस की माने तो साइबर अपराधियों ने वर्चुअल नेटवर्क और फेक कालिंग एप के जरिए संपर्क किया, ताकि उनकी लोकेशन ट्रेस न हो सके।शबाना ने अपने मोबाइल में ब्लैकमेल करने वालों की बातचीत को रिकार्ड किया था।