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    महाकुंभ को मृत्युकुंभ बताने वाली बंगाल सरकार पर CM योगी ने साधा निशाना, कहा-होली पर उपद्रव नहीं संभाल पाए और उठाते हैं सवाल

    योगी आदित्यनाथ ने बंगाल सरकार पर निशाना साधा है जिन्होंने कुंभ मेले को मृत्युकुंभ कहा था। योगी ने कहा कि बंगाल सरकार होली पर उपद्रव नहीं संभाल पाई और अब सवाल उठा रही है। उन्होंने कहा कि संवाद से बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान किया जा सकता है और मीडिया को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में मान्यता दी गई है।

    By Rakesh Rai Edited By: Vivek Shukla Updated: Sun, 16 Mar 2025 08:30 PM (IST)
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    गोरखपुर में सम्बोधित करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ की सफलता पर सवाल उठाने वाली विपक्षी सरकारों पर निशाना साधा। यूपी में शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई होली का उदाहरण देते हुए कहा कि बंगाल की जो सरकार अपने यहां होली में उपद्रव नहीं संभाल सकी, वह महाकुंभ जैसे महान आयोजन पर टिप्पणी करती है।

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    25 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में सकुशल होली मनती है, वहीं बंगाल में जगह-जगह उपद्रव हो जाता है। यह वहां की सरकार की विफलता का प्रमाण है। गोरखपुर जर्नलिस्ट प्रेस क्लब की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित कर रहे मुख्यमंत्री ने महाकुंभ की सफलता में मीडिया की सकारात्मक भूमिका को भी रेखांकित किया।

    योगी ने कहा कि बंगाल सरकार और वहां की जनता के बीच तालमेल नहीं है। एक तरफ वहां की सरकार महाकुंभ को मृत्युकुंभ बता रही थी, दूसरी ओर प्रतिदिन वहां की 45 से 50 हजार जनता त्रिवेणी में स्नान कर पुण्य पा रही थी।

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    योगी ने इसका श्रेय मीडिया को दिया और कहा कि ऐसा सकारात्मक पत्रकारिता के चलते संभव हो सका। मीडिया के चलते महाकुंभ का प्रचार दुनिया भर में हुआ और 100 से अधिक देश के लोगों का त्रिवेणी तट पर आगमन हुआ।

    गोरखपुर क्लब में गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब के नवनिर्वाचित कार्यकारिणी के सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। जागरण


    गोरखपुर जर्नलिस्ट प्रेस क्लब के शपथ ग्रहण समारोह में नवनिर्वाचित कार्यकारिणी और उपस्थित जनसमूह को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संवाद का महत्व बताया। उसके लोकतंत्र और सुशासन की आवश्यक शर्त बताया।

    कहा कि लोकतंत्र की पहली शर्त संवाद है, इसे प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने में मीडिया की महती भूमिका है। योगी ने कहा कि हम जबरन अपनी बात को किसी पर थोप नहीं सकते हैं, लेकिन संवाद से बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान कर सकते हैं।

    संवाद से संघर्ष को रोकने का सुझाव देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब हम खुद को संवाद से अलग करते हैं तो एक नए संघर्ष को बढ़ावा देते हैं। संघर्ष से बचने के लिए सकारात्मक संवाद जरूरी है।

    योगी ने कहा कि संवाद को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ने का सबसे सशक्त माध्यम मीडिया है। इसके लिए जरूरी नहीं है कि एक लाख लोगों को इकट्ठा करके अपनी बात कही जाए, इसके लिए कुछ लोग ही पर्याप्त हैं। कुछ लोग ही करोड़ों लोगों तक आपकी आवाज को पहुंचाएंगे। इसमें मीडिया की भूमिका बढ़ जाती है। मीडिया के जरिये कोई बात आसानी से लोगों तक पहुंच जाती है।

    यही कारण है कि मीडिया को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में मान्यता दी गई है। मीडिया ही लोकतंत्र के प्रति सजग प्रहरी के रूप में अन्य तीन स्तंभों को झकझोरती है। किन्ही कारणों से छूटे हुए मुद्दों को सही तथ्यों के साथ प्रस्तुत कर जनसरोकारों से जोड़ती है। इसी क्रम में योगी ने नई कार्यकारिणी को सलाह दी कि वह जनसरोकारों के प्रति संवेदनशील बनें। ऐसा करके ही अपनी प्रासंगिकता साबित कर सकेंगे।

    गोरखपुर क्लब में गोरखपुर जर्नलिस्ट्स प्रेस क्लब के नवनिर्वाचित कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह नई कार्यकारिणी के सदस्यों को शपथ दिलाते महापौर डा मंगलेश श्रीवास्तव तथा शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। जागरण


    नई पीढ़ी के पत्रकारों को सामाजिक जिम्मेदारी का अहसास कराने के क्रम में योगी ने स्वतंत्रता संग्राम में पत्रकारिता की भूमिका को याद किया। इस क्रम में सबसे पहले नाम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का नाम लिया, जिन्होंने लेखनी के जरिये ही अपनी बात जन-जन तक पहुंचाने में सफलता पायी।

    लोकमान्य तिलक, लाला लाजपत राय, गणेश शंकर विद्यार्थी जैसे स्वाधीनता संग्राम सेनानियों का जिक्र करते हुए योगी ने कहा कि सभी ने अपनी लेखनी की धार से समाज को नई दिशा दी। योगी ने कहा कि मीडिया की भूमिका और प्रासंगिकता को परिवर्तनशील माहौल में भी कभी कम नहीं किया जा सकता।

    तकनीकी के बढ़ते प्रभाव के चलते मीडिया जगत में भी तेजी से बदलाव हो रहा है। आज युवा पीढ़ी सबसे ज्यादा इंटरनेट मीडिया से जुड़ रही है, ऐसे में मीडिया संस्थानों की जिम्मेदारी और बढ़ गई है। ऐसा किया जाना न केवल लोकतंत्र बल्कि देश की सुरक्षा और संप्रभुता के लिए भी बड़ा कार्य होगा।

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    शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ। जागरण


    महापौर ने दिलाई नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ

    प्रेस क्लब के पदाधिकारियों को शपथ दिलाने की जिम्मेदारी शहर के प्रथम नागरिक महापौर डा. मंगलेश श्रीवास्तव ने निभाई। शपथ लेने वालों में अध्यक्ष रीतेश मिश्र, उपाध्यक्ष भूपेंद्र द्विवेदी, महामंत्री पंकज श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष प्रिंस पांडेय, संयुक्त मंत्री अंगद प्रजापति, पुस्तकालय मंत्री विनय कुमार सिंह व कार्यकारिणी सदस्य परमात्मा राम त्रिपाठी, राजीव पांडेय व विवेक कुमार शामिल रहे। कार्यक्रम की शुरुआत में अध्यक्ष रीतेश मिश्र ने कार्यकारिणी के गठन के बाद प्रेस क्लब में बदलाव को लेकर किए सकारात्मक प्रयास को साझा किया। क्लब को रोल माडल बनाने के लिए अपनी कार्यकारिणी की कार्ययोजना बताई।

    इनकी रही उपस्थिति

    परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, विधान परिषद सदस्य डा. धर्मेंद्र सिंह, विधायक विपिन सिंह, राजेश त्रिपाठी, प्रदीप शुक्ल, डा. विमलेश पासवान, महेंद्र पाल सिंह, राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारु चौधरी, पूर्व महापौर अंजू चौधरी, डा. सत्या पांडेय, सीताराम जायसवाल, एमएमयूटी के कुलपति प्रो. जेपी सैनी, प्रो. शोभा गौड़, प्रो. रविशंकर सिंह आदि मौजूद रहे।