गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बोले-राष्ट्र से बढ़कर नहीं हो सकता कोई मजहब
CM Yogi Adityanath: सपा के एक सासंद के वंदे मातरम् के गायन से इनकार करने का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे लोग जिन्ना को सम्मान देने के लिए होने वाले कार्यक्रम में तो शामिल होते हैं, लेकिन सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं होते।

गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में भारतीय जनता पार्टी की एकता यात्रा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा संदेश दिया। विधान सभा क्षेत्र स्तर पर आयोजित होने वाली एकता यात्रा के तहत गोरखपुर में मुख्यमंत्री ने राष्ट्र की वरीयता को भी सबके सामने रख दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि कोई भी मजहब राष्ट्र से बढ़कर नहीं हो सकता है।
सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती पर एकता यात्रा में मुख्यमंत्री ने देश को एकता के सूत्र में पिरोने वाले राष्ट्रगीत को किसी भी मजहब के ऊपर बताकर देश को बड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी मजहब या मत राष्ट्र से बढ़कर नहीं हो सकता है। कोई भी व्यक्ति, मत या मजहब राष्ट्र से बड़ा नहीं हो सकता।
जो व्यक्ति आस्था या राष्ट्र के आड़े आए, उसे एक छोर पर रख देना चाहिए। कुछ लोगों के लिए आज भी उनका व्यक्तिगत मत और मजहब बड़ा है। राष्ट्र से बढ़कर कुछ भी नहीं, और ‘वंदे मातरम्’ हमारी सांस्कृतिक पहचान और राष्ट्रीय भावना का प्रतीक है। उन्होंने याद दिलाया कि ‘वंदे मातरम्’ के 150 साल पूरे हो चुके हैं और इसे बदलने का कोई प्रयास सफल नहीं होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि अब उत्तर प्रदेश के हर स्कूल में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् का गायन अनिवार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिस राष्ट्रगीत वंदे मातरम ने आजादी के आंदोलन में भारत की सोयी हुई चेतना को जागृत किया, उसका आज फिर कुछ लोग विरोध कर रहे हैं।
सपा के एक सासंद के वंदे मातरम् के गायन से इनकार करने का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे लोग जिन्ना को सम्मान देने के लिए होने वाले कार्यक्रम में तो शामिल होते हैं, लेकिन सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं होते। हमारा दायित्व बनता है हम उन कारणों को ढूंढें, जो समाज को बांटने वाले हैं। जाति, क्षेत्र, भाषा के नाम पर विभाजन नए जिन्ना को पैदा करने की साजिश का हिस्सा है। हमे ध्यान रखना होगा कि भारत के अंदर फिर से कोई जिन्ना न पैदा होने पाए। अगर जिन्ना पैदा होने का साहस करता है तो उससे चुनौती मिलने से पहले ही दफन कर देना होगा।
भाजपा की एकता पदयात्राएं 20 नवंबर तक चलेंगी। इस यात्रा के जरिए भाजपा आमजन को सरदार पटेल के ऐतिहासिक निर्णयों के साथ ही राष्ट्रीय एकता के भाव को मजबूत करते हुए गांव, गली व शहर में पहुंचेगी। गोरखपुर में सुबह के नौ बजते ही गोलघर की ओर बढ़ती भीड़ और सजी-संवरी सड़कों ने इस बात का इशारा दे दिया था कि आज शहर में कोई बड़ा आयोजन है। मौका था सरदार वल्लभभाई पटेल की जन्मतिथि पर निकली एकता यात्रा का और उसके स्वागत में गोरछनगरी की बड़ी आबादी उमड़ पड़ी।
नगर निगम मुख्य द्वार से लेकर काली मंदिर स्थित पटेल चौक तक दोनों ओर खड़े लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अभूतपूर्व स्वागत किया। सड़कों के दोनों ओर भगवा और केसरिया रंग की झालरों से सजावट की गई थी। पूरे यात्रा मार्ग और आस पास की इमारतों के मुंडेर पर पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात थे और आमजन में मुख्यमंत्री के स्वागत को लेकर गजब का उत्साह देखा गया।
मुख्यमंत्री का काफिला जैसे ही टाउनहॉल से गोलघर की ओर बढ़ा, सड़कों पर खड़े लोग फूलों की वर्षा करने लगे। महिलाओं और बच्चों ने हाथों में तिरंगा लहराते हुए “भारत माता की जय”, "वंदे मातरम" और “योगी जी जिंदाबाद” के नारे लगाए। कुछ ही देर में पूरा इलाका केसरिया और तिरंगे रंगों से नहा गया। गोलघर के पास नगर निगम भवन के सामने, जलकल बिल्डिंग के सामने, इंदिरा तिराहा, गणेश चौराहा का दृश्य सबसे आकर्षक रहा। यहां मंच सजा था, नारंगी झालरों और गुब्बारों से पूरी सड़क दमक रही थी। मंच पर पारंपरिक परिधानों में सजी कलाकारों ने लोकनृत्य प्रस्तुत कर माहौल को जीवंत कर दिया।
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जैसे ही मुख्यमंत्री पदयात्रा करते हुए वहां पहुंचे, ढोल-नगाड़ों की थाप गूंज उठी और कलाकारों ने नृत्य के साथ उनका स्वागत किया। मंच के सामने खड़े सैकड़ों लोगों ने हाथ हिलाकर और फूल बरसाकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। इंदिरा तिराहे से गणेश चौक तक स्वागत का सिलसिला लगातार चलता रहा। स्कूली बच्चों की टोलियां सड़क किनारे कतारबद्ध खड़ी थीं।
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उनके हाथों में छोटे-छोटे तिरंगे झंडे और बैनर थे, जिन पर लिखा था “एक भारत, श्रेष्ठ भारत”। मुख्यमंत्री की झलक पाने के लिए बच्चे उत्साहित होकर सड़क के किनारे तक झुक जाते, और जैसे ही वे गुजरते, पूरे जोश से नारे लगाते। गोलघर काली मंदिर के पास यात्रा के पहुंचते ही लोगों ने “सरदार पटेल अमर रहें”और योगी - मोदी जिंदाबाद के नारे लगाए। मुख्यमंत्री ने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन स्वीकार किया। मुख्यमंत्री ने पहले काली मां के दर्शन किए और फिर सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।

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