Christmas 2025: यीशु के आगमन की तैयारी, पहला एडवेंट आज; बड़े दिन के पहले चार रविवार को होगी विशेष प्रार्थना
क्रिसमस 2025 के आगमन की तैयारी शुरू हो गई है, आज पहला एडवेंट है। ईसाई धर्म में, यह समय प्रभु यीशु के आगमन की तैयारी का होता है, जो क्रिसमस से पहले के चार रविवारों में मनाया जाता है। इस दौरान प्रार्थना और पश्चाताप के माध्यम से प्रभु यीशु के स्वागत के लिए हृदय तैयार किए जाते हैं। विशेष प्रार्थना सभाओं में भाग लेकर एडवेंट कैंडल जलाई जाती है, जो आशा, शांति, आनंद और प्रेम का प्रतीक है।

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
जागरण संवाददाता, गोखपुर। यीशु के आगमन की तैयारी शुरू हो गई है। 30 नवंबर को पहला रविवार है। क्रिसमस के पहले के चार रविवार को एडवेंट माना जाता है। ईसाई समाज गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना करेगा। इसके साथ ही क्रिसमस ट्री, कैंडल लाइट, कैरल सिंगिंग के आयोजन की तैयारी तेज हो गई है। पहले एडवेंट से समाज क्रिसमस की तैयारी शुरू कर देता है।
गिरजाघरों में रंगाई-पोताई शुरू हो गई है। पूरे महीने बड़ा दिन की तैयारी होती है। घर-घर जाकर कैरल सिंगिंग की परंपरा निभाई जाती है। इसके लिए टीम तैयार की जा रही है। सेंट जान चर्च बशारतपुर, सेंट मार्क चर्च स्टैंनपुर पादरी बाजार, सेंट थामस चर्च धरमपुर, सेंट ल्यूक चर्च राप्तीनगर, फुल गोस्पल चर्च मोती पोखरा, क्राइस्ट चर्च शास्त्री चौक, सेंट जोसेफ महागिरजाघर सिविल लाइन, सेंट एंथोनी चर्च धरमपुर, सेंट कार्मल चर्च पादरी बाजार समेत महानगर के सभी गिरजाघरों में क्रिसमस ट्री और कैंडल लाइट के आयोजन की तैयारी होने लगी है।
मसीही सेवक वीपी अलेक्जेंडर ने बताया कि क्रिसमस की तैयारी शुरू हो गई है। हर एड्वेंट (रविवार) को विशेष प्रार्थना होगी। मुख्य चर्चों में मसीही बड़ी संख्या में पहुंचेंगे।
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चर्च आफ नार्थ इंडिया की वर्षगांठ मनी
वीपी अलेक्जेंडर ने बताया कि चर्च आफ नार्थ इंडिया की 55वीं वर्षगांठ शनिवार शाम सेंट एंड्रयूज चर्च रेलवे कालोनी कौवाबाग में मनाई गई। पादरी अजीत लारेंस के नेतृत्व में सभी ने एक-दूसरे को बधाई दी।
एडवेंट के चार रविवार के अर्थ
- पहला रविवार: आशा
- दूसरा रविवार: शांति
- तीसरा रविवार: आनंद
- चौथा रविवार: प्रेम

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