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    ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ व अवेद्यनाथ की पुण्यतिथि पर गोरखनाथ मंदिर में आठ दिन चलेगा समारोह, तैयारी तेज

    By Jagran NewsEdited By: Pragati Chand
    Updated: Mon, 04 Sep 2023 09:30 AM (IST)

    गोरखनाथ मंदिर में महंत दिग्विजयनाथ व अवेद्यनाथ की पुण्यतिथि समारोह का आयोजन आठ दिन चलेगा। सीएम योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में समारोह की रूपरेखा तैयार कर गोरखनाथ मंदिर प्रबंधन ने आयोजन की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं समारोह में शामिल करने के लिए अलग-अलग विषयों के लिए विशेषज्ञता के अनुसार वक्ताओं के नाम की सूची तैयार की जा रही है।

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    गोरखनाथ मंदिर में आठ दिन चलेगा पुण्यतिथि समारोह। -जागरण ग्राफिक्स

    गोरखपुर, जागरण संवाददाता। ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की 54वीं और महंत अवेद्यनाथ की 9वीं पुण्यतिथि पर हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी गोरखनाथ मंदिर में पुण्यतिथि समारोह का आयोजन पूरी भव्यता के साथ किया जाएगा। मुख्यमंत्री व गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में आठ दिन तक चलने वाले समारोह की रूपरेखा गोरखनाथ मंदिर प्रबंधन ने तैयार कर आयोजन की तैयारी शुरू कर दी है।

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    ये है समारोह की रूपरेखा

    समारोह के लिए तैयार रूपरेखा के अनुसार सात दिन तक चलने वाले श्रीमद्भावगत महापुराण कथा ज्ञान-यज्ञ की शुरुआत 26 सितंबर से होगी, जबकि पुण्यतिथि समारोह के तहत होने वाले व्याख्यान का शुभारंभ 27 सितंबर से होगा। कथा दो अक्टूबर को सम्पन्न होगी, जबकि संपूर्ण समारोह का समारोप तीन अक्टूबर को होगा। व्याख्यान का आयोजन पांच दिन तक होगा, जिसके लिए विषय निर्धारित कर लिए गए हैं। समाज और राष्ट्र की ज्वलंत समस्याओं से जुड़े विषय का चयन व्याख्यान के लिए किया गया है। अलग-अलग विषयों के लिए विशेषज्ञता के अनुसार वक्ताओं के नाम की सूची तैयार की जा रही है।

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    श्रद्धांजलि सभा के नाम होंगे समारोह के अंतिम दो दिन

    समारोह के अंतिम दो दिन श्रद्धांजलि सभा के नाम होंगे। दो अक्टूबर को ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा आयोजित होगी। तीन अक्टूबर को ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ को श्रद्धांजलि दी जाएगी। व्याख्यान और श्रद्धांजलि सभा की शुरुआत का समय सुबह 10:30 होगा। इस अवसर पर देशभर के संतों और महंतों की उपस्थिति रहेगी। व्याख्यान और कथा दोनों का आयोजन स्थल मंदिर का दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में होगा।

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    आचार्य कृष्णचंद्र शास्त्री सुनाएंगे श्रीमद्भावगत कथा

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में 26 सितंबर को शाम तीन बजे श्रीमद्भावगत महापुराण कथा ज्ञानयज्ञ का शुभारंभ व्यासपीठ पर श्रीमद्भावगत महापुराण और उसके समक्ष अखंड ज्योति की प्रतिष्ठा के साथ होगा। दो अक्टूबर तक चलने वाली संगीतमय कथा शाम तीन से छह बजे के बीच आयोजित होगी। कथा सुनाने के लिए व्यासपीठ पर आचार्य कृष्णचंद्र शास्त्री (ठाकुर जी) विराजमान होंगे।

    दिग्विजयनाथ व अवेद्यनाथ एक तिथि के अंतर पर हुए ब्रह्मलीन

    ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ की पुण्यतिथि में मात्र एक दिन का अंतर है। मंदिर प्रबंधन के डा. प्रदीप कुमार राव ने बताया कि महंत दिग्विजयनाथ के ब्रह्मलीन होने की तिथि अश्विन कृष्ण पक्ष तृतीया है तो महंत अवेद्यनाथ की अश्विन कृष्ण पक्ष चतुर्थी। महंत दिग्विजयनाथ के 1969 में ब्रह्मलीन होने के बाद तत्कालीन महंत अवेद्यनाथ ने पहली पुण्यतिथि से समारोह का आयोजन शुरू किया। 2014 में जब वह ब्रह्मलीन हुए तो 2015 में गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने उनके श्रद्धांजलि कार्यक्रम को पुण्यतिथि समारोह का हिस्सा बनाया।