UP News: गोरखपुर में फास्ट फूड फैक्ट्री का बॉयलर फटा, सात मजदूर झुलसे, दो की हालत गंभीर
गीडा सेक्टर 13 में प्लाट नंबर डी 20 में हिमांशु मणि त्रिपाठी की टोटल फास्ट फूड प्रोडक्ट लिमिटेड नाम से फैक्ट्री है। इनके यहां गत्ता पत्तल दोना समेत जूनियर नाम से चाउमीन बनाया जाता है। फैक्ट्री में ठीकेदार के जरिए मजदूरों से काम लिया जाता है। बुधवार की शाम को फैक्ट्री में काम चल रहा था। इसी बीच तेज आवाज में विस्फोट हुआ है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गीडा सेक्टर 13 में बुधवार की शाम 4:30 बजे फास्ट फूड फैक्ट्री का बॉयलर फट गया। विस्फोट तेज होने से चहारदीवारी, टीनशेड गिर गया और सामान बिखर गए। वहां काम कर रहे बिहार के सात मजदूर घायल हो गए।
इसमें दो की हालत गंभीर बनी हुई है। सीएचसी पिपरौली के चिकित्सकों ने सभी घायलों को जिला अस्पताल भेजा। जहां से उन्हें मेडिकल कालेज रेफर कर दिया है। मौके पर पहुंचे एसपी नार्थ जितेंद्र श्रीवास्तव, तहसीलदार आरके कन्नौजिया मामले की जांच कर रहे है। वहीं फैक्ट्री मालिक घटना के बाद किसी का फोन नहीं उठा रहे।
शाम के समय काम चल रहा था
गीडा सेक्टर 13 में प्लाट नंबर डी 20 में हिमांशु मणि त्रिपाठी की टोटल फास्ट फूड प्रोडक्ट लिमिटेड नाम से फैक्ट्री है। इनके यहां गत्ता, पत्तल, दोना समेत जूनियर नाम से चाउमीन बनाया जाता है। फैक्ट्री में ठीकेदार के जरिए मजदूरों से काम लिया जाता है। बुधवार की शाम को फैक्ट्री में काम चल रहा था।

इसी बीच तेज आवाज में विस्फोट हुआ है, फैक्ट्री की चहारदीवारी व टीनशेड भरभराकर गिरने लगा। फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूर शोर मचाते हुए बाहर भागने लगे। सूचना मिलने पर गीडा थानेदार समेत तहसीलदार और एसपी नार्थ मौके पर पहुंचे तो सात मजदूर घायल अवस्था में पड़े थे।
हादसे में सात मजदूर झुलस गए हैं
अधिकारियों ने घायल बिहार के शेरलंगा अररिया के उमर फारूख, मुबारक, बागडाडा अररिया के माजिद, ईशा, तारन अररिया के लड्डू, बिलाल और सरलंगा अररिया के सलमान एंबुलेंस से सीएचसी पिपरौली भिजवाया। जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है।

दो मजदूरों की हालत गंभीर
घायलों में उमर फारूख और माजिद की हालत गंभीर बनी हुई है। दोनों के शरीर का अधिकतर हिस्सा जल गया है। सिर समेत शरीर के अन्य जगहों से खून निकल रहे है। मौके पर मौजूद फैक्ट्री के जिम्मेदारों का कहना है कि एलपीजी सिलेंडर फटने से विस्फोट हुआ है। जबकि अधिकारियों के निरीक्षण में वहां पर सिलेंडर का कोई टुकड़ा नहीं बरामद हुआ।

एसपी नार्थ जितेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि चाउमिन को सूखाने के लिए नीचे ब्वायलर पर रखा गया था। अभी तक की जांच में उसी के फटने का मामला सामने आ रहा है। सात घायल है, सभी को जिला अस्पताल भिजवाया गया है। फैक्ट्री मालिक से संपर्क करने की कोशिश की जा रही है।

फैक्ट्री के बाहर नहीं लगा है बोर्ड
गीडा सेक्टर 13 में फैक्ट्री में विस्फोट होने की सूचना पर हड़डंप मच गया। अधिक संख्या में लोग और जिम्मेदार फैक्ट्री के तरफ दौड़े मगर फैक्ट्री पर बोर्ड नहीं होने से उन्हें परेशान होना पड़ा। काफी पूछताछ के बाद फैक्ट्री का किसी तरह से पता चल सका।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।