Kuwait fire Death: कुवैत अग्निकांड में जान गंवाने वालों का शव पहुंचा घर, गांव में पसरा मातम, हर किसी की आंख हुई नम
कुवैत में सात मंजिला इमारत में भीषण अग्निकांड में 46 भारतीयों सहित 50 लोगों की जान चली गई थी। मंगाफ शहर में बुधवार तड़के आग लगने के समय इमारत में रहने वाले अधिकांश लोग सो रहे थे और ज्यादातर की मौत धुएं के कारण दम घुटने से हुई। इमारत में 196 प्रवासी कामगार रहते थे जिनमें ज्यादातर भारतीय थे। इसमें गोरखपुर के दो शख्स की जान गई है।
जागरण संवाददाता,गोरखपुर। कुवैत के मंगाफ शहर में बुधवार को हुए अग्निकांड में जान गंवाने वाले अंगद गुप्ता व जयराम का शव शनिवार को विमान से एयरपोर्ट पहुंचा। यहां से एंबुलेंस से स्वजन घर ले गए उनके साथ प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहें।
दरवाजे पर ताबूत खुला तो दोनों परिवार के लोग बिलख पड़े। सांत्वना देने पहुंचे जनप्रतिनिधि व स्थानीय लोगों की आंख भी नम हो गई।दोपहर स्वजन ने दाह संस्कार किया।
सुबह 10:34 बजे तहसील प्रशासन की देखरेख में एयरपोर्ट से शव वाहन द्वारा अंगद गुप्ता का शव जटेपुर उत्तरी स्थित मिठाईलाल के हाता के पास उनके घर पहुंचा। वाहन से शव उतरते ही पत्नी रीता देवी, बेटी अंशिका व दोनों बेटे चीख पड़े।
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अधिकारियों व मोहल्ले के लोगों ने सांत्वना देने के साथ ही हर संभव मदद का भरोसा देकर चुप कराया। दोपहर में राजघाट में अंगद का अंतिम संस्कार हुआ, बेटे आशुतोष कुमार ने मुखाग्नि दी।
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सरहरी संवाददाता के अनुसार कैंपियरगंज के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने एयरपोर्ट पर शव रिसीव किया और एंबुलेंस से घर भेजवाया। सुबह 11 बजे दरवाजे पर शव पहुंचा तो पत्नी सुनीता बेसुध हो गई।
महिलाओं ने चेहरे पर पानी डाला तो होश आया। एक घंटे बाद रोहिन नदी के अकटहवा घाट पर ले जयराम का दाह संस्कार कर दिया गया,बेटे अर्नव ने मुखाग्नि दी।
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