महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय में रोगी नहीं हुए निराश, अवकाश में भी कुलपति ने संभाला OPD
महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. के. रामचंद्र रेड्डी ने अवकाश के दिन भी ओपीडी में रोगियों का उपचार किया। दीपावली अवकाश के बावजूद, दूर-दराज से आए रोगियों को उन्होंने परामर्श दिया और मुफ्त दवा लेने की सलाह दी। कुलपति ने कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने और ओपीडी में अपने लिए कक्ष बनाने के भी निर्देश दिए, ताकि आपातकालीन स्थिति में रोगियों की सेवा की जा सके।

दो दिनों में 44 रोगियों का कुलपति ने स्वयं किया उपचार
संवाद सूत्र, भटहट। महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय में कुलपति डा. के रामचंद्र रेड्डी ने अवकाश के दिन स्वयं ओपीडी पहुंचकर रोगियों का उपचार किया। दीपावली से लेकर गुरुवार तक विश्वविद्यालय में अवकाश घोषित था, फिर भी बुधवार को कई रोगी दूर-दराज से परामर्श लेने पहुंचे।
सुरक्षाकर्मियों से जानकारी मिलने पर कुलपति स्वयं ओपीडी पहुंचे और रोगियों की नाड़ी देखकर उनके रोग की जानकारी ली। उन्होंने प्रत्येक रोगी को चिकित्सकीय परामर्श दिया। उनको शुक्रवार को नियमित कार्य दिवस में आकर कंप्यूटर पर पंजीकरण कराने और औषधि भंडार से निश्शुल्क दवा प्राप्त करने की सलाह दी।
कुलपति ने बुधवार को 12 रोगियों का उपचार किया, जबकि मंगलवार को उन्होंने 32 रोगियों को देखा था। दो दिनों में कुल 44 रोगियों को परामर्श दिया गया। इनमें सहजनवां के जिगिना की उर्मिला सिंह, महराजगंज के भिटौली और बभनौली की प्रेमांजली पांडेय, पाना देवी शामिल थीं, जो वात रोग और शरीर दर्द से पीड़ित हैं। कुलपति ने इन्हें पंचकर्म पद्धति से उपचार कराने की भी सलाह दी।
यह भी पढ़ें- गोरखपुर में गोवर्धन पूजा कर बोले CM योगी, 'गोवंश देश की समृद्धि का आधार'
कुलपति ने अपने निजी सचिव शिवांग पति त्रिपाठी को निर्देश दिया कि भविष्य में किसी भी त्योहार या अवकाश के दिन कम-से-कम एक चिकित्सक, एक पंजीकरण कर्मचारी और एक औषधि वितरक की ड्यूटी अनिवार्य रूप से लगाई जाए।
यह व्यवस्था रोटेशन के आधार पर हो ताकि सभी को समान अवसर मिले। इसके साथ ही कुलपति ने ओपीडी परिसर में अपने लिए भी एक कक्ष तैयार करने के निर्देश दिए, ताकि किसी आपातकालीन स्थिति में वे स्वयं रोगियों को सेवा दे सकें।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।